Representational Pic

Top brass of the Jharkhand government and the Centre’s Steel Secretary DR Choudhary today held a meeting with the representatives of the industrial units.

During the meeting held inside the Project Bhawan in Ranchi, they discussed ways to resolve the problems faced by investors in setting up the steel projects in Jharkhand.

A press release issued by the public relations department in Hindi gave details of the outcome of the meeting and said as follows:

महामहिम राज्यपाल के सलाहकार श्री मधुकर गुप्ता एवं श्री के0 विजय कुमार ने आज प्रोजेक्ट भवन सिथत सभा कक्ष में इस्पात उधोग से संबंधित विषयों पर भारत सरकार के लौह एवं इस्पात सचिव श्री डी0आर0 चौधरी एवं राज्य की स्टील संबंधित औधोगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर इन क्षेत्रों में आ रही कठिनार्इयों पर विस्तृत विचार विमर्श किया।

सलाहकार श्री मधुकर गुप्ता ने कहा कि राज्य में चल रही स्टील परियोजनाओं से सम्बंधित समस्याओं का निबटारा जल्द किया जाए। विभाग आपस में मिलकर एक कमिटि बनाएं, जिसमें एक निशिचत समय सीमा के भीतर भूमि अधिग्रहण, विस्थापन एवं पुनर्वास जैसे मुíों पर नियमानुसार फैसला लिया जाए। बैठक के दौरान श्री मधुकर गुप्ता ने कहा कि झारखण्ड राज्य में बड़े पैमाने पर गुणवत्तापूर्ण लौह अयस्क उपलब्ध हैं। हमें इसकी निकासी तथा इसके अधिकाधिक लाभ उठाते हुए राज्य हित में विकास हेतु अहम निर्णय लेने की आवष्यकता है। राज्य की विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा की गर्इ।

राज्यपाल के सलाहकार श्री गुप्ता ने कहा कि परियोजनाओं से संबंधित जमीन के सत्यापन, अधिग्रहित होने वाली भूमि का चयन एवं उससे प्रभावितों पुनर्वास पर विषेष ध्यान देने की आवष्यकता है। उन्होंने कहा कि आवष्कतानुसार परियोजना की कार्य-अवधि बढ़ाए जाने की सिथति में खनन विभाग कम्पनियों के साथ बैठक कर शीघ्र फैसला कर लें। परियोजनाओं को लागू करने में वन विभाग की अनापतित तथा वन्य जीव संरक्षण का विषेष ध्यान रखा जाए। जिन वन क्षेत्रों में खनन हेतु निर्णय लिए जाने हैं तदुनुरूप वन रोपण पर भी विषेष ध्यान दिया जाए।

सलाहकार श्री के0 विजय कुमार ने कहा कि वास्तविक सिथति से अवगत होने के उपरांत ही समस्या का समाधान सम्भव होगा। विभाग संबंधित क्षेत्रों के उपायुäों से विचार विमर्ष कर अधिग्रहण संबंधी समस्याओं का निपटारा सुनिषिचत करें। जिला प्रषासन का पूरा-पूरा सहयोग दें तभी आम व्यäयिें का सहयोग भी आसानी से मिल सकेगा।

मुख्य सचिव श्री आर0एस0षर्मा ने कहा कि संयुä उधम के रूप में कार्य करने की आवष्यकता है। उन्होंने कहा कि खनन, उधोग एवं वन विभाग मिल कर यह निर्णय लें कि वन्य जीव क्षेत्र कौन है और वन्य जीव संरक्षण हेतु योजना बनाते हुए उधोग का विकास किया जाए। वन्य जीव संरक्षण हेतु योजना को जून माह के अंत तक अनितम स्वरूप प्रदान करें। उन्होंने उपायुäों से विमर्ष कर वन रोपण हेतु निधि के स्थानांतरण हेतु निदेष दिया।

बैठक में अपर मुख्य सचिव पेयजल एवं स्वच्छता श्री सुधीर प्रसाद, प्रधान सचिव भूमि एवं राजस्व विभाग श्री जे0 बी0 तुबिद, सचिव खनन श्री सुनील वर्णवाल, सचिव उधोग श्री ए0पी0सिंह, मुख्य वन संरक्षक श्री ए0के0 मलहोत्रा, झारखण्ड राज्य विधुत बोर्ड के अध्यक्ष श्री एस0एन0वर्मा समेत विभिन्न औधोगिक इकाइयों के प्रतिनिधिगण उपसिथत थे।

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