*images by IPRD, Jharkhand
झारखंड सरकार काफी अच्छा काम कर रही है। नक्सल समस्या के मामले में राज्य सरकार का काम पूरे देश में बेहतरीन है। काफी कम समय में उम्मीद से ज्यादा सफलता प्राप्त की गयी है। भारत का गृह मंत्री होने के नाते गौरव का भाव मन में आता है। इसके लिए श्री रघुवर दास की सरकार की जितनी प्रशंसा की जाये कम है। नक्सलियों द्वारा उगाही के विरुद्ध कार्रवाई का मामला हो या केंद्रीय तथा राज्य सुरक्षा बलों के बीच समन्वय की बात हो चाहे यूनिफाइड कमांड की लगातार हो रही बैठकें हो, झारखंड पूरे देश में सबसे आगे है। उक्त बातें
केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहीं। वे झारखंड मंत्रालय में आयोजित एलडब्ल्यूइ, सुरक्षा व्यवस्था और एसपीरेशनल जिलों की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस विशेष तौर पर बधाई के पात्र है। राज्य सरकार ने सीआरपीएफ के लिए जो आधारभूत संरचना उपलब्ध करायी है, वह श्रेष्ठ है। इन सब चीजों से दिखता है कि राज्य सरकार नक्सल समस्या को समाप्त करने के लिए कितनी गंभीर है। सूचना तंत्र के मामले में राज्य में एडवांस तकनीक का इस्तेमाल करें। इससे काम में तेजी आयेगी। केन्द्र हर संभव सहयोग करेगा। केन्द्र के विभिन्न विभागों के मंत्री जिनसे सहयोग अपेक्षित होता है, वे तत्परता पूर्वक सहयोग करते हैं।
मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में राज्य सरकार विकास कार्यों को प्राथमिकता दे रही है। शासन और जनता के बीच विश्वास बढ़ रहा है। लोग विकास योजनाओं से जुड़ने के लिए खुल कर सामने आ रहे हैं। नक्सल समस्या पर नियंत्रण पाने में स्थानीय लोगों का काफी सहयोग मिला है। अतिपिछड़े जिलों पर फोकस किया जा रहा है। आदिवासी ग्राम विकास समिति और ग्राम विकास समिति के माध्यम से छोटी-छोटी योजनाओं को ग्रामीणों को सौंपा जा रहा है। इससे गांव के लोग विकास से जुड़ेंगे और शासन के प्रति विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ मिलकर राज्य सुरक्षा बलों ने सवा तीन साल में बेहतरीन काम किया है। अभी झारखंड में कुछ अपराधी गुट मुखौटा ओढ़कर वारदात कर रहे हैं, जल्द ही उन्हें भी समाप्त कर दिया जायेगा। नक्सल समस्या समाप्त करने में झारखंड सबसे पहला राज्य होगा, इस ध्येय के साथ हम काम कर रहे हैं।
 बैठक में पत्थलगढ़ी, उग्रवादियों के आर्थिक स्रोत को नष्ट करने समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान भारत सरकार के वरीय सुरक्षा सलाहकार श्री के0 विजय कुमार, मुख्य सचिव श्री सुधीर त्रिपाठी, गृह विभाग के प्रधान सचिव श्री एसकेजी रहाटे, पुलिस महा निदेशक श्री डी.के.पांडे, डीजी सीआरपीएफ श्री राजीव राय भटनागर, संयुक्त सचिव गृह मंत्रालय भारत सरकार श्री प्रवीण वशिष्ठ सहित सभी प्रधान सचिव, सचिव, पुलिस तथा सीआरपीएफ के सभी आला अधिकारी, उपायुक्त एवं अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।