नोट करने वाली बात ये है की पिछले क़रीब एक हफ्ते से ईडी की सिंघल के पति और उनके करीबी सीए से लगातार पूछताछ में मिली जानकारी के बाद उन तीन जिलों के खनन पदाधिकारियों को बुलाया गया है।
झारखंड के तीन जिलों दुमका, साहेबगंज और पलामू जिलों के खनन पदाधिकारियों को समन भेजकर ईडी ने रांची बुलाया है।
ये तीनों में दुमका के डीएमओ कृष्ण कुमार किस्कु, साहेबगंज के विभूति कुमार और पलामू के आनंद कुमार शामिल हैं।
दुमका और साहेबगंज मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन और उनके पिता शिबू सोरेन का गड़ माना जाता है। अवैध उत्खनन पर नजर डाले तो दुमका में 100 से अधिक अवैध पत्थर खदान हैं और लगभग एक दर्जन से ज्यादा कोयला खदान हैं जहां अवैध खुदाई होती है।
दुमका के शिकारीपाड़ा और गोपीकांदर के इलाकों में अवैध खनन आम है वहीं साहेबगंज की बात करें तो झारखंड के इस जिले के बिहार और पश्चिम बंगाल से सटने वाले इलाकों तक अवैध खनन होता है।
दूसरी ओर पलामू के छत्तरपुर, हरिहरगंज, पिपरा और नौवाडीह अवैध खनन के लिए हमेशा सुरखीयों में रहता है।
सभी जानते है कि इन तीनों जिलों से अवैध उत्खनन के बदले बड़ी राशि वसूली जाती है और उसका एक बड़ा हिस्सा बड़े अधिकारियों और मंत्री/ मुख्य मंत्री तक एक 'सिस्टम' से पहुंचता है।
पिछले एक हफ्ते से ईडी की सिंघल के पति और उनके करीबी सीए से लगातार पूछताछ में मिली जानकारी के बाद उन तीन जिलों के खनन पदाधिकारियों को बुलाया गया है।