झीम झीम बारिस के बीच झारखंड में जनजातीय महोत्सव का आयोजन आज समापन हो गया.विश्व आदिवासी दिवस पर पहली बार राँची में आयोजित हुई झारखंड जनजातीय महोत्सव का आज समापन समारोह बड़ी धूम धाम से हुवा. 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया था। इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गुरुजी शिबू सोरेन ने दीप प्रज्ज्वलित कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी.

राँची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में आयोजित इस दो दिवसीय महोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम में जेएमएम के राज्यसभा सांसद महुआ माजी, मंत्री चंपई सोरेन, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, सीएम के सचिव विनय कुमार चौबे सहित कई गणमान्य शामिल हुए थे. 

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रांची के मोरहाबादी में आयोजित दो दिवसीय झारखंड जनजातीय महोत्सव 2022 में समृद्ध जनजातीय जीवन दर्शन की झलकियां देखने को मिली. जनजातीय इतिहास, साहित्य मानवशास्त्र आदि पर संगोष्ठी, सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम, कला एवं संगीत, परिधान फैशन शो के माध्यम से आप जल, जंगल, जमीन के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध आदिवासी परंपरा को और करीब से जान का मौका मिला. इसका सारा श्रेय मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन को जाता है. वे ही इस सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम की योजना बनाई ओर सुचारु रूप में कर के दिखाया.

रांची के मोरहाबादी मैदान में हुए इस दो दिवसीय महोत्सव में नार्थ ईस्ट के कलाकार भाग लिए. जनजातीय कलाकारों की कला के प्रदर्शन के लिए राज्य सरकार की ओर से कई तैयारियां की गई थी.

 

इस समारोह में जनजातीय इतिहास, साहित्य, मानवशास्त्र समेत अन्य विषयों पर संगोष्ठी, कला एवं संगीत, फैशन शो, खान-पान और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया कार्यक्रम में झारखण्ड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, मिजोरम समेत राज्य के कलाकारों ने पारंपरिक वेशभूषा पहनकर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए.

मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ श्री भूपेश बघेल समापन समारोह में शामिल हूवे।

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