भारत सरकार, एमएसएमई मंत्रालय के एमएसएमई-विकास कार्यालय, रांची द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन दिनांक-23.01.2024 को पूर्वाह्न 11.00 बजे होटल मैपलवुड, राँची के सभागार में मुख्य अतिथि श्री संजय सेठ, माननीय सांसद, रांची के द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक श्री सुरेन्द्र शर्मा, सहायक निदेशक द्वारा उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि एवं सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया गया। श्री इंद्रजीत यादव, संयुक्त निदेशक एवं कार्यालय प्रमुख, एमएसएमई-विकास कार्यालय, राँची ने कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रूप–रेखा से अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत हो रहे आवेदन पंजीकरण प्रक्रिया, विभिन्न स्तर पर सत्यापित करने की प्रक्रिया एवं इसमें आ रही समस्याओं के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा करना है ताकि इस योजना का क्रियान्वयन झारखण्ड राज्य में सुचारू रूप से किया जा सके।
उद्घाटन सत्र मे विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित श्री शशी रंजन, भा.प्रा.से., मुख्य कार्यकारी अधिकारी, मुख्यमंत्री लघु कुटीर उद्योग बोर्ड, झारखंड सरकार ने बताया कि इस योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षित किए जाने की आवश्यकता है जिससे ज्यादा से ज्यादा विश्वकर्माओं को इस योजना का लाभ दिलवाया जा सके।
उन्होंने सभी जिले के उपायुक्तों को पत्र लिखकर द्वितीय स्तर के सत्यापन की संख्या बढ़ाने का आश्वासन दिया। श्री बीके सिंघा, क्षेत्रीय निदेशक/कार्यालय प्रमुख, कौशल विकास एवं उद्यमिता विभाग, भारत सरकार, रांचीने बताया कि दुमका जिले में प्रथम बैच का प्रशिक्षण पूरा किया जा चुका है।
प्रशिक्षण केंद्रों के ऑनबोर्डिंग में आ रही समस्याओं के लिए एक हेल्प डेस्क बनाया गया है जहां प्रतिदिन 11 से 12 बजे तक का समय समस्याओं के समाधान हेतु निर्धारित किया गया है।
 श्री अनिल जगदीश जाधव, उप महाप्रबंधक, राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी), रांची ने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत ऋण की सुविधा के बारे में बताया की प्रथम चरण में 1 लाख रूपए का कोलैटरल फ्री लोन दिया जाएगा जिसे 18 महीने में चुकाना है एवं द्वितीय चरण में 2 लाख का कोलैटरल फ्री लोन दिया जाएगा जिसे 30 महीने में चुकाना होगा जिसपर 5 प्रतिशत का सब्सिडाइज्ड ब्याज दर देय होगा।
मुख्य अतिथि श्री संजय सेठ, माननीय सांसद, रांची ने कार्यक्रम के उद्घाटन में अपने अभिभाषण में कहा कि भारत सरकार की ओर से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, विश्वकर्मा जयंती दिनांक-17 सितम्बर, 2023 को प्रधानमंत्री जी के द्वारा डिजिटली लौंच (लागू) की गई थी।
भारत सरकार के द्वारा इस योजना को प्रारंभ करने का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक सहायता एवं उन्नत उपकरण प्रदान करते हुए उनके व्यवसाय में बढ़ोतरी कराना है जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके।
उन्होंने सभा में उपस्थित सभी हितधारकों से अपने स्तर के कार्य से संबंधित कार्यकलापों को अच्छी तरह से समझने हेतु इस कार्यशाला का लाभ लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की इस महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने हेतु सभी को मिलकर एकसाथ प्रयास करने की आवश्यकता है। तकनीकी सत्र में सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर), रांची के वरिष्ठ प्रबंधक श्री शशी शुक्ला द्वारा, पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर लाभार्थियों का जनसेवा केंद्र के माध्यम से पंजीकरण कैसे करें, कौन-कौन से दस्तावेज पंजीकरण हेतु आवश्यक हैं,पंजीकरण के उपरांत प्रथम स्तर के सत्यापन हेतु ग्राम प्रधान का पंजीकरण एवं लॉग इन आईडी कैसे बनाया जाएगा, ग्रामीण क्षेत्र के लाभार्थियों के लिए ग्राम प्रधान एवं शहरी क्षेत्र के लाभार्थियों के लिए यूएलबी प्रमुख द्वारा सत्यापन की प्रक्रिया क्या होगी, द्वितीय स्तर पर सत्यापन हेतु जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता में बनने वाली समिति के सदस्य कौन होंगे एवं उनका कार्य क्या होगा, तृतीय स्तर पर बनने वाली राज्य स्तरीय समिति एमएसएमई-विकास कार्यालय के अधिकारियों की अध्यक्षता में होगी इसके सदस्य एवं उनकी कार्य प्रणाली के बारे में विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया गया।
तकनीकी सत्र में पीएम विश्वकर्मा योजना की नोडल अधिकारी श्रीमती ज्योत्सना गुड़िया, सहायक निदेशक ने इस योजना में लाभार्थियों के पंजीकरण, उनके आवेदन की तीनों स्तर पर सत्यापन की प्रक्रिया के बारे में पावर प्वाइंट प्रस्तुती दिया।
प्रश्नोत्तरी सत्र में उन्होंने प्रतिभागियों के शंकाओं का यथोचित जवाब दिया एवं निराकरण किया। श्री गौरव, सहायक निदेशक ने कार्यक्रम की समाप्ति पर सभा में उपस्थित सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस कार्यशाला में 16 जिलों के जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक एवं उनके प्रतिनिधियों, एलडीएम, सीएससी के जन संपर्क अधिकारियों, ग्राम प्रधान, यूएलबी प्रमुख एवं उनके नामित अधिकारियों एवं मुख्यमंत्री लघु कुटीर उद्योग बोर्ड के जिला उद्यमी समन्वयक आदि नेशामिल होकर पीएम विश्वकर्मा योजना के कार्यान्वयन के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त किया। इसके अलावा एसएलबीसी, रांची एवं आरडीएसडीई, रांची के अधिकारी भी इस कार्यशाला में शामिल हुए।