क़रीब 13 साल पुराने, आय से 1.76 करोड़ रुपए अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डॉ प्रदीप कुमार समेत चार आरोपियों पर आरोप तय कर दिया गया है.
CBI के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में आरोप गठन के बिंदु पर सुनवाई के दौरान आरोपियों ने अपने आप को मामले में निर्दोष बतलाया है.
उन्होनें अदालत में आरोप गठन के बिंदु पर सुनवाई में आगे मामले में ट्रायल फेस करेंगे. इस मामले में सीबीआई को सबूत पेश करने के लिए 28 मार्च की तारीख तय की गई है.
अदालत ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार, उनके भाई राजेंद्र कुमार, कारोबारी धर्मेंद्र कुमार धीरज और सीता राम पाठक पर आरोप तय किया है. इस मामले में डॉ. प्रदीप कुमार जेल भी जा चुके हैं. फिलहाल वह जमानत पर चल रहे हैं. बताते चले कि मामले में बीते अगस्त महीने में नए सिरे से रेगुलर CBI केस दर्ज किया गया है.
पिछले दिनों CBI ने कांड संख्या 5/2023 दर्ज कर सुनवाई प्रांरभ की, जबकि साल 2011 में ही लगभग 1.76 करोड़ रुपए के आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी.