खूंटी:जनजातीय मामलों एवं कृषि और किसान कल्याण के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने झारखंड के खूंटी जिले के कर्रा ब्लॉक के सियानकेल गांव में नए एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) का उद्घाटन किया। 

मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने उपस्थित छात्र छात्राओं और स्थानीय जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रथम फेज में एकलव्य विद्यालय के लिए 10 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। इस कार्य के लिए केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया और कहा कि जनजातीय बहुल इलाकों में जनजातीय विद्यार्थियों के लिए एकलव्य विद्यालय की परिकल्पना की और उसे क्रियान्वित भी किया। 

सुदूरवर्ती क्षेत्र में गांव के वातावरण में नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम इसलिए रखा गया क्योंकि भारत गांवों का देश है और जंगल के बीच सुदूरवर्ती इलाकों में रहने वाले जनजातीय बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले। कर्रा ब्लॉक में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय अनुच्छेद 275(1) के तहत स्वीकृत एक पुराना विद्यालय है। विद्यालय भवन हेतु ₹12 करोड़ की राशि हेतु प्रशासनिक स्वीकृति दिनांक 10/11/2017 को प्रदान की गई। 

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केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने झारखण्ड के विभिन्न जिलों के विभिन्न प्रखंडों में बने एकलव्य विद्यालय का भी जिक्र किया। प्रत्येक एकलव्य विद्यालय में अब 480 विद्यार्थी एक साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे साथ ही कैरियर काउंसिलिंग और कौशल विकास की व्यवस्था होगी तथा प्रत्येक विद्यालय में चार खेलों को शामिल किया जा रहा है साथ ही तीरंदाजी को प्रत्येक विद्यालय में शामिल करने का प्रावधान तय किया गया है। 

एकलव्य स्कूल से प्राप्त शिक्षा के माध्यम से हमारे बच्चे आने वाले समय में देश की अग्रिम पंक्ति में खड़े होने की क्षमता बना सकेंगे। पूरे देश में कुल 690 ईएमआरएस स्कूल हैं, जिनमें से 401 कार्यरत हैं। झारखंड राज्य में वर्तमान में 7 विद्यालय कार्यरत हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विकसित भारत मतलब बहुत अच्छे इमारत और गगनचुम्बी इमारत का होना नहीं है। 

हमें अपने विद्यार्थियों के बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से ही विकसित भारत का निर्माण करना है। शिक्षा के माध्यम से ही व्यक्ति सशक्त बनता है विकास करता है और आगे बढ़ता है। माननीय मंत्री ने 'विकसित भारत' के सामान्य लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए छात्रों की ऊर्जा को लगाने की आवश्यकता को रेखांकित किया और विभिन्न केंद्रीय सहायता के साथ आदिवासी और पीवीटीजी समुदाय का समर्थन करने के लिए भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति आभार व्यक्त किया। 

 उन्होंने आगे कहा कि सिमडेगा के पवित्र स्थल रामरेखा धाम को टूरिस्ट सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए 25 करोड़ की राशि केंद्र सरकार द्वरा स्वीकृत कर ली गयी है और उसकी प्रथम क़िस्त की राशि राज्य सरकार को भेज दी गयी है। माननीय मंत्री ने झारखंड के नवनियुक्त टीजीटी/पीजीटी शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए और हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। शैक्षणिक संस्थानों से अपेक्षा की जाती है कि वे मानव जाति के कल्याण के लिए अच्छे मानव संसाधन विकसित करने के लिए छात्रों और शिक्षकों के साथ मिलकर काम करें। 

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने शिक्षक दीपू कुमार, पूर्णिमा कुमारी, नारायण शाह, चिन्मय मांझी, संध्या कुमारी, विक्रम कुमार राम, श्वेता बेहरा, अमन कुमार, सृष्टि बारला, फिरदौस अख्तर, लाल मोहम्मद को नियुक्ति पत्र सौंपा। 

अन्य शिक्षकों को संबंधित विभाग नियुक्ति पत्र देंगे। जिला परिषद उपाध्यक्ष मंजू देवी ने कहा कि जनजातीय बहुल इलाके में एकलव्य विद्यालय की जरूरत थी और खूंटी के सांसद सह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने प्रत्येक प्रखण्ड में एकलव्य विद्यालय की आधारशिला रखी और आज उद्घाटन भी कर रहे हैं। कार्यक्रम में संयुक्त सचिव बीएन प्रसाद, खूंटी उपायुक्त लोकेश मिश्रा, जिला प्रशासन के अधिकारियों और भाजपा पार्टी के प्रतिनिधियों समेत स्थानीय लोग उपस्थित थे। 

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