दुर्गा पूजा इस वर्ष 9-13 अक्तूबर में मनाया जायेगा।और चुनाव आयोग झारखंड विधानसभा चुनाव समय से पहले कराने के लिए तत्पर दिख रहा है। इसे लेकर राज्य निर्वाचन आयोग बीते एक महीने से वोटर्स वेरिफिकेशन सहित दूसरे जरूरी काम निपटाने में लगी हुई है। 

इस बीच केंद्रीय निर्वाचन आयोग की टीम बुधवार शाम से झारखंड पहुंच गई है। केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम आज रामगढ़ जिले में अवस्थित पतरातू के लेक रिजॉर्ट में बैठक की। इस बैठक में राज्य के सभी जिलों के उपायुक्त सह निर्वाचन पदाधिकारी के साथ शामिल थे।

टीम में सीनियर डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर धर्मेंद्र शर्मा, नितेश व्यास, प्रधान सचिव अरविंद आनंद और अन्य पदाधिकारी शामिल हैं। आज की यह बैठक पूरे दिन चली। जानकारी के मुताबिक, इस बार झारखंड में दो चरणों में चुनाव कराने की तैयारी आयोग कर रही है। 

तैयारियां इसी को लेकर चल रही हैं। संभावना है कि पहले चरण का चुनाव सितंबर के अंतिम सप्ताह और दूसरे चरण का चुनाव अक्टूबर के पहले सप्ताह में कराया जाये। ये होने की संभावना है। 

इस तरह आयोग प्रयास में है कि विधानसभा चुनाव दुर्गा पूजा से पहले समाप्त हो जाएं। आयोग इस बात की कोशिश में है कि विधानसभा चुनाव बहुत लंबा न खींचे। उसे अधिकतम दो चरणों में करा लिया जाए। शायद यही वजह है कि वोटर वेरिफिकेशन का काम तेज़ी से चल रहा है। 

आयोग ने मतदाता सूची के प्रारूप के प्रकाशन की तारीख भी 25 जुलाई तय कर रखी है। वहीं वोटर लिस्ट के लास्ट नोटिफिकेशन की तारीख 19 अगस्त तय है। 

झारखंड में 2014 और 2019 में हुए विधानसभा चुनाव पांच-पांच चरण में हुए थे। रांची पहुंचने के बाद टीम ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी । इस दौरान आयोग की टीम ने राज्य में चल रही मतदाता पुनरीक्षण कार्य की समीक्षा की। 

इस दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी के. रविकुमार ने कई जानकारियां केंद्रीय टीम को दी। वहीं राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी एमवी होमकर ने विधि-व्यवस्था की जानकारी दी। उन्होंने टीम को बताया कि किस तरह लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य में विधि-व्यवस्था के इंतजाम किए गए थे।

 

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