*मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन मंच पर
सच में दृश्य साफ है: बिरसा मुण्डा स्मृति उद्यान,राँची में दिख रहा एक समृद्ध आदिवासी जीवन दर्शन की सुन्दर झलक।
ऐसा लगता है की *चलना ही नृत्य है,बोलना ही संगीत है... ऐसी अद्भुत संस्कृति का परिचय कराती” ये बिरसा मुण्डा स्मृति उद्यान की धरती।
उधर "रीझ-रंग शोभा यात्रा" का कारवां बढ़ चला है अपने गंतव्य की ओर.. आदिवासी आन बान और शान के मनमोहक है। उधर 32 जनजातीय वाद्ययंत्रो की ताल पर थिरकते झारखण्डवासी। तस्वीर देखिए और आज विश्व आदिवासी के शुभ अवसर पर खुश रहें।