राष्ट्रीय विधि अध्ययन और अनुसंधान विश्वविद्यालय (NUSRL), रांची की केंद्रीय अनुसंधान और अध्ययन केंद्र (CSRTR) ने टीम अखरा के साथ मिलकर चार दिवसीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म कार्यशाला का आयोजन किया।
यह कार्यशाला 21 अक्टूबर को शुरू हुई और आज इसका समापन हुआ। इस दौरान छात्रों ने डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने के विभिन्न पहलुओं पर गहन जानकारी प्राप्त की, जिसमें फ्रेमिंग, साउंड की तैयारी, और कहानी कहने की तकनीकें शामिल थीं।
इस क्षेत्र के विशेषज्ञों श्री मेघनाथ, श्री बिजू टोपो, और श्री रुपेश साहू ने छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यशाला के अंतिम दिन, छात्रों ने अलग-अलग टीमों का गठन कर चार डॉक्यूमेंट्री फिल्में बनाई। विषयों में कैंपस की जीवनशैली, दोस्तों का महत्व, और पढ़ाई में तनाव से बचने के तरीके शामिल थे। विशेषज्ञों ने भी छात्रों को इन फिल्मों को और बेहतर बनाने के सुझाव दिए। कुलपति डॉ. प्रो अशोक आर. पाटिल ने उद्घाटन समारोह में बताया कि कैसे फिल्म और डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से छात्र अपने विचारों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की जानकारी छात्रों को अपने कार्यों में सुधार करने में मदद कर सकती है। CSRTR के फैकल्टी कंवेनर डॉ. जीसू केतन पटनायक ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे किसी मुद्दे को समझने और समझाने के लिए इस कौशल का उपयोग कर सकते हैं।
फैकल्टी सदस्य श्री राम चंद्र उरांव ने टीम अखरा का धन्यवाद दिया, जिन्होंने छात्रों को फिल्म निर्माण की नई विधा के बारे में जानकारी दी और इसके पीछे की तकनीकों को समझाया। कार्यशाला के अंतिम दिन छात्रों ने अपने सवाल भी रखे, जिनका उत्तर टीम अखरा ने दिया। इस दौरान छात्रों ने टीम अखरा की कई बेहतरीन डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी देखीं, जो उन्हें फिल्म निर्माण के मूलभूत सिद्धांतों की समझ प्रदान करने में मददगार साबित हुईं।