सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने प्रयागराज मेंमहाकुंभ-2025 के दौरान ‘दिव्य, भव्य, डिजिटल’ थीम पर आधारितएक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया है। सेक्टर 7, कैलाशपुरी मार्ग परस्थित यह प्रदर्शनी आगंतुकों के बीच काफी चर्चा का विषय बनी हुई है।

प्रदर्शनी का उद्देश्य डिजिटल प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना और ‘डिजिटलभारत’ के विजन को साकार करना है।

प्रदर्शनी में संविधान को डिजिटल टचस्क्रीन फ्लिपबुक के माध्यम सेपढ़ने की सुविधा दी गई है। इसके अलावा अनुसूचित जाति, अनुसूचितजनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए केंद्र सरकार द्वारा संचालितयोजनाओं की जानकारी भी प्रदर्शित की जा रही है। इन योजनाओं मेंमियादी ऋण योजना, महिला समृद्धि योजना, सैनिटरी मार्ट योजना औरNBCFDC के तहत लोन स्कीम शामिल हैं।आगंतुक इन योजनाओं केबारे में जानने और लाभ उठाने के लिए अत्यधिक उत्सुक दिखे।

दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य सहायता उपकरण जैसेव्हीलचेयर, वॉकिंग स्टिक और हियरिंग एड्स का वितरण भी किया जारहा है। आगंतुकों का ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण कर जरूरतमंदों कोउपकरण प्रदान किए जा रहे हैं।प्रदर्शनी में एक डिजिटल कोना भीबनाया गया है, जहां आगंतुक नशा मुक्ति की शपथ ले सकते हैं।

कारीगरों और शिल्पकारों के लिए यह प्रदर्शनी एक बड़ा अवसर बनकरसामने आई है। महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ औरउत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के लाभार्थी अपने हस्तशिल्प उत्पादों का प्रदर्शनऔर विक्रय कर रहे हैं।यह मंच उनके उत्पादों को प्रोत्साहन और राष्ट्रीयस्तर पर पहचान दिलाने में सहायक है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और नुक्कड़ नाटक इस प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण बने हुएहैं। इन आयोजनों के माध्यम से सामाजिक संदेश और भारत की सांस्कृतिकविविधता को दर्शाया जा रहा है।राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अंतर्गत आज लगभग250 लाभार्थियों को सहायता प्रदान की गई है, और आने वाले दिनों में यह संख्याबढ़ने की संभावना है।

महाकुंभ-2025 में मंत्रालय की यह प्रदर्शनी सामाजिक समावेश, न्याय औरसशक्तिकरण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।यह प्रदर्शनी न केवलडिजिटल तकनीक और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा दे रही है, बल्कि आगंतुकोंको एक अद्वितीय अनुभव भी प्रदान कर रही है।. 

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