रांची: नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्ट्डी एंड रिसर्च इन लॉ, रांची ने आज IDIA चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह साझेदारी सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने और कमजोर वर्गों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली कानूनी शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है।
इस एमओयू से संस्थान की पहुंच वंचित समुदायों तक बढ़ेगी। एनयूएसआरएल के कुलपति प्रोफेसर डॉ.अशोक आर. पटिल और आईडीआईए की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सबा मिस्त्री के बीच हस्ताक्षरित हुए। इस मौके पर अन्य गणमान्य व्यक्ति और प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। अपने संबोधन में कुलपति ने कहा, इस साझेदारी के महत्व और इसके पीछे के उद्देश्यों पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि इससे नई संभावना के रास्ते खुलेंगे, छात्रों को बेहतर अवसर मिलेंगे। छात्रों को समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान देना होगा। पढ़ाई के बाद वह अपना बचा हुआ समय कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं। छात्र IDIA के साथ सीखने में अपना समय खर्च कर सकते हैं। कुलपति ने कहा, थ्योरी में बहुत फर्क होता है काम के दैरान दबाव में बेहतर काम करने की क्षमता विकसित होती है।
यह उच्च शिक्षा हो या नौकरी, दोनों में मददगार साबित होगी।" आईडीआईए झारखंड चैप्टर के निदेशक तुषांत शर्मा ने भी इस साझेदारी से झारखंड में हुए सकारात्मक बदलावों को साझा किया और बताया कि कैसे आईडीआईए के सहयोग से कई लोग बेहतर कर रहे हैं। सबा मिस्त्री ने छात्रों को विश्वास दिलाया कि वे कभी भी आईडीआईए से संपर्क कर सकते हैं, और संगठन हर कदम पर उनकी मदद के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, "देशभर में आईडीआईए ऐसे लोगों को सशक्त बना रही है। आप कभी भी हमें संपर्क कर सकते हैं, हम हमेशा सहयोग के लिए तैयार हैं।"यह साझेदारी एनयूएसआरएल के छात्रों को सामाजिक रूप से प्रासंगिक कारणों में भाग लेने और समुदाय सेवा करने के अवसर प्रदान करेगी, जिससे उनके कानूनी शिक्षा में वृद्धि होगी और सामाजिक जागरूकता भी बढ़ेगी।
इसके अलावा, एनयूएसआरएल में एक आईडीआईए चैप्टर स्थापित किया जाएगा, जो छात्रों को वंचित समुदायों के छात्रों को पहचानने और प्रशिक्षित करने का अवसर प्रदान करेगा, ताकि वे कानूनी क्षेत्र में अपनी पूरी क्षमता को पहचान सकें। परियोजनाओं पर भी सहयोग को लेकर सहमति बनी है जिसमें वंचित समुदायों को सशक्त बनाने में मदद करने का जिक्र है। इसके अलावा, एनयूएसआरएल -आईडीआईए की गतिविधियों जैसे फंडरेजिंग, मॉक टेस्ट और जागरूकता सत्रों के लिए प्रशासनिक समर्थन प्रदान करेगा।
यह साझेदारी ईमानदारी के प्रति दोनों संस्थानों की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है, जिसमें दोनों पक्ष भ्रष्टाचार और घूसखोरी के खिलाफ शून्य सहिष्णुता नीति का पालन करेंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि सहयोग उच्चतम नैतिक मानकों के अनुरूप रहे। एनयूएआरएल और आईडीआईए के बीच यह साझेदारी छात्रों और समग्र समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए तैयार है, जिससे भविष्य में कानूनी पेशेवर और नेता तैयार होंगे, जो रचनात्मक और सामाजिक रूप से जागरूक होंगे।