रांची:* आज दिनांक 18 फरवरी 2025 को पूर्वाह्न में होटल रेडिशन ब्लू में मुख्य आयकर आयुक्त, शांतनु धमीजा, भा०रा०से की अध्यक्षता में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास, के०का), रांची की छह महीने पर होने वाली समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
यह बैठक इस वित्तीय वर्ष की द्वितीय एवं नराकास की 28वीं बैठक थी। रांची स्थित नराकास समिति के सदस्य कार्यालयों में से लगभग 130 सदस्य इस बैठक में शामिल हुए जिसमें 45 कार्यालयों के कार्यालय/ विभागाध्यक्ष भी शामिल हुए।
बैठक का संचालन करते हुए समिति के सचिव डॉ० सूर्यकांत सामल ने अध्यक्ष के साथ-साथ यहां उपस्थित सभी विभागाध्यक्ष एवं प्रतिनिधियों का स्वागत किया। स्वागत भाषण उपरांत बैठक में सम्मिलित सभी विभागों के प्रतिनिधियों ने अपना परिचय दिया।
सचिव ने अध्यक्ष के साथ, नराकास बैठक की महत्ता एवं सदस्य कार्यालयों से प्राप्त तिमाही रिपोर्टों की समीक्षा की। अपने अध्यक्षीय संबोधन में समिति के अध्यक्ष शांतनु धमीजा ने कहा कि ऐसी स्थिति आज नहीं रह गई है जहां राजभाषा हिन्दी में काम करना कठिन हो।
केंद्र सरकार के सभी कार्यालयों में सरकारी काम में हिन्दी का अधिक-से-अधिक प्रयोग करने की भारतीय संविधान के अनुसार व्यवस्था है। उन्होंने राजभाषा नीतियों, नियमों एवं आदेशों को लागू करने के लिए बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों से आग्रह किया।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि यदि अधिक से अधिक राजभाषा हिंदी में कार्य करना व करवाना है तो हमें इस प्रकार से योजना बनानी पड़ेगी कि लोग हमारे पास आएं और कहें कि मैं हिंदी में कार्य करना चाहता हूं। वर्ष 2023-24 के लिए नराकास के सदस्य कार्यालयों द्वारा प्रकाशित पत्रिकाओं में से सर्वश्रेष्ठ प्रथम तीन पत्रिकाओं को अध्यक्ष महोदय के कर कमलों से स्मृति चिह्न प्रदान किया गया।
कृषि प्रणाली का पहाड़ी एवं पठारी अनुसंधान केंद्र के तकनीकी अधिकारी (राजभाषा), श्रीमती अणिमा प्रभा ने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन किया।