*✦ झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक ने डीईओ और डीएससी के साथ की वर्चुअल बैठक, विद्यालयों को शत प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने का निर्देश*
*✦ अभियान की जिला स्तरीय पदाधिकारी लगातार करे समीक्षा, दिखावे से दूर रहे, धरातल पर काम दिखाएं - शशि रंजन*
*✦ 16000 से अधिक बालवाटिका में भी नामांकन शुरू, CwSN बच्चो के लिए विद्यालयों में कैंप लगाकर दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने का निर्देश*
*✦ अभियान के संबंध में जिलास्तर पर 23 अप्रैल को उपायुक्तों की अध्यक्षता में होगी बैठक, 24 से प्रखंड स्तर पर अभियान*
*✦ गर्मी छुट्टी से पहले सभी स्कूली बच्चो को स्कूल बैग, किताब-कॉपी, यूनिफार्म और स्टेशनरी वितरण का लक्ष्य*
झारखंड में आज से स्कूल रुआर-2025 बैक टू स्कूल अभियान की शुरुआत हुई। अभियान की शुरुआत झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक श्री शशि रंजन ने वर्चुअल बैठक के साथ की।
इस राज्यस्तरीय वर्चुअल बैठक में राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी श्रीमती ममता लकड़ा समेत सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, सहायक जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक को संबोधित करते हुए झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक श्री शशि रंजन ने कहा कि स्कूल रुआर-2025 अभियान का उद्देश्य विद्यालयों में शत प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करना तथा ड्राप बॉक्स के बच्चो/आउट ऑफ़ स्कूल बच्चो को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ना है।
राज्य स्तर से लेकर संकुल और विद्यालय स्तर तक इस अभियान का असर दिखना चाहिए। उन्होंने पदाधिकारियों को सलाह देते हुए कहा कि दिखावे से दूर रहे, धरातल पर काम दिखाए। कोई भी बच्चा अनामांकित ना रहे यह सुनिश्चित करे। जिला स्तरीय पदाधिकारी लगातार MIS में प्राप्त डाटा का विश्लेषण कर अभियान की निगरानी करे। उन्होंने पदाधिकारियों को समय पर अभियान के सफल क्रियान्वयन का निर्देश दिया।
झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक ने कहा कि आगामी राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक में अभियान की सफलता और इसके क्रियान्वयन की समीक्षा की जायेगी। हर पदाधिकारी की जवाबदेही तय होगी।
*16000 बालवाटिका में भी इस वर्ष से नामांकन*
झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक श्री शशि रंजन ने कहा कि इस वर्ष से राज्य में संचालित 16000 बालवाटिका में भी नामांकन शुरू हो गया है। प्री प्राइमरी शिक्षा के लिए बच्चो को बालवाटिका से जोड़े। उन्होंने विशेष आवश्यकता वाले बच्चो के लिए विद्यालय में कैंप लगाकर दिव्यांगता प्रमाणपत्र बनाने का निर्देश दिया। साथ ही सभी बच्चो का डाटा ई-विद्यावाहिनी तथा UDISE पर अपलोड करने का निर्देश दिया।
*गर्मी छुट्टी से पहले बच्चो को स्कूल बैग, किताब-कॉपी और यूनिफॉर्म वितरित करने का निर्देश*
झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक श्री शशि रंजन ने सभी जिलों में चाइल्ड एंटाइटलमेंट से जुड़े कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी की छुट्टियों से पहले बच्चों को स्कूल बैग, किताबें, कॉपी, स्टेशनरी, छात्रवृत्ति और यूनिफॉर्म जैसी आवश्यक सामग्रियाँ वितरित की जाएं, ताकि बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा न आए। बैठक में श्री रंजन ने ज़िला शिक्षा पदाधिकारियों को इस कार्य को प्राथमिकता देने और समयबद्ध ढंग से पूरा करने की सख्त हिदायत दी।
*आयु वर्ग 5 से 18 तक का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे, गैर सरकारी संगठनो की भी मदद ले*
बैठक को संबोधित करते हुए राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी श्रीमती ममता लकड़ा ने कहा कि सभी स्कूलों में स्कूल रुआर-2025 अभियान व्यापक पैमाने पर चलाएं। आयु वर्ग 5 से 18 तक का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे। उन्होंने समाज कल्याण विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए अभियान के सफल क्रियान्वयन का निर्देश दिया।
राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने इस अभियान में गैर सरकारी संगठनो का सहयोग लेने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बच्चो को स्कूल से जोड़ने के लिए रचनात्मक प्रयासों पर जोर दे। जो बच्चे विद्यालय नहीं आ रहे है, उनके घरो में जाकर अभिभावकों से बात करे।