*रांची:* केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री, भारत सरकार श्रीमती अन्नपूर्णा देवी द्वारा आज शुक्रवार, 4 जुलाई 2025 को झारखंड की राजधानी रांची में मंत्रालय द्वारा संचालित सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान के नए क्षेत्रीय केंद्र का उद्घाटन किया गया। पूर्वी क्षेत्र में प्रथम तथा देश का छठा, यह क्षेत्रीय केंद्र अपने नवाचार और नीतियों से क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा और प्रेरणा केंद्र के रूप में उभरेगा, ऐसी परिकल्पना है।
इस अवसर पर मंत्री महोदया के अलावा विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर, स्थानीय विधायक श्री नवीन जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय सचिव श्री अनिल मालिक, और वरिष्ठ पदाधिकारी गण मंचासीन रहे।
मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी तथा अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुरुआत हुआ। तदोपरांत सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र तथा स्मृति चिह्न से स्वागत सत्कार किया गया।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि आज यहां नया क्षेत्रीय केंद्र शुरू कर रहे हैं, यह केवल एक उद्घाटन का अवसर नहीं बल्कि एक विचार, एक विश्वास और एक विज़न को हकीकत में बदलने का दिन है। जब हम एक महिला की सुरक्षा और एक बच्चे की मुस्कान को विश्वास में बदलते हैं तब हम भारत के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखते हैं।
अपने संबोधन में रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ ने भारत की बेटियों की उपलब्धियों की सराहना की।“भारत की बेटियां किसी से कम नहीं हैं,” कहते हुए उन्होंने आह्वान किया कि बेटियों को समान अवसर देकर देश के विकास में उनका योगदान और सशक्त बनाया जाए।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने सभा को संबोधित किया और संस्थान के शुभारंभ को सराहा और महिला तथा बाल विकास में इसे एक मील का पत्थर साबित होने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा जब परिवार की एक स्त्री पढ़ती है तो उसका पूरा परिवार आगे बढ़ता है।
आज हुए कार्यक्रम में संस्थान से ट्रेनिंग लिए प्रशिक्षु लड़कियों से बातचीत, अनुभव साझा करना और व्यावसायिक प्रशिक्षण पूरा करने वालों के लिए नौकरी नियुक्ति पत्र का वितरण भी किया गया। इस कार्यक्रम में संस्थान के “नए लोगो” का शुभारंभ भी हुआ।
यह नया क्षेत्रीय केंद्र भारत के पूर्वी क्षेत्र में क्षमता निर्माण प्रयासों को विकेंद्रीकृत करने और सेवा वितरण में सुधार करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। यह नया क्षेत्रीय केंद्र विशेष रूप से मंत्रालय की प्रमुख पहलों- मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य और मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के लिए प्रशिक्षण और अनुसंधान आवश्यकताओं को पूरा करेगा। इसमें झारखंड, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार योगदान करने और केंद्रीय योजनाओं के जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। बाल मार्गदर्शन और परामर्श में उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रम और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को उन्नत प्रशिक्षण प्रदान करेगा। इससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा।
इससे पहले, इन राज्यों के पास इस तरह की समर्पित प्रशिक्षण सुविधाएं सीमित थी। आमतौर पर गुवाहाटी और लखनऊ के क्षेत्रीय केंद्रों पर निर्भर राज्यों को रसद सम्बंधी कठिनाइयां आती थीं। रांची केंद्र प्रमुख संसाधनों और बुनियादी ढांचे को क्षेत्र-स्तरीय श्रमिकों के करीब लाकर इन बाधाओं को दूर करेगा और इससे सभी तक सेवाओं को प्रभावी ढंग से वितरित करने की उनकी क्षमता बढ़ेगी।
इस क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना माननीया मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी के दूरदर्शी नेतृत्व में एक व्यापक परिवर्तन का हिस्सा है। इसमें राष्ट्रीय सार्वजनिक सहयोग और बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) का आधिकारिक नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला और बाल विकास संस्थान करना शामिल है। इस नाम का बदला जाना तेज मिशन-संचालित दृष्टिकोण और महिला और बाल-केंद्रित विकास के लिए मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह संस्थान नई दिल्ली में अपने मुख्यालय और बेंगलुरु, गुवाहाटी, लखनऊ, इंदौर और मोहाली में क्षेत्रीय केंद्रों के साथ, ऑनलाइन और व्यक्तिगत कार्यक्रमों के माध्यम से सालाना 1,000 से अधिक पेशेवरों को प्रशिक्षित करने में सबसे आगे रहा है। यह नया केंद्र इसे और गति प्रदान करेगा।