आज दिनांक 18 जुलाई 2025 को झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ के अध्यक्ष श्री अजय राय ने झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक (कार्मिक सह सामान्य प्रशासन) श्री सुनील दत्त खाखा से शिष्टाचार भेंट की। इस महत्वपूर्ण मुलाकात के दौरान निगम से जुड़े कई ज्वलंत और श्रमिकों से संबंधित मुद्दों पर गंभीर चर्चा की गई।
यह बैठक मुख्य रूप से संगठन और निगम के बीच संवाद को मजबूत करने तथा ज़मीनी स्तर पर कार्यरत कर्मचारियों के अधिकारों और हितों को रेखांकित करने के उद्देश्य से की गई थी।
प्रमुख मुद्दे जिन पर चर्चा हुई:
आगामी बहाली प्रक्रिया में पारदर्शिता:
श्री राय ने निगम में प्रस्तावित आगामी बहाली प्रक्रिया पर अपनी चिंता जताई और आग्रह किया कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होनी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि पूर्व की तरह वर्तमान में कार्यरत कर्मियों को प्राथमिकता दी जाए, ताकि उनकी वर्षों की सेवा और अनुभव का सम्मान हो सके।
अनस्किल्ड वर्करों की स्थिति:
फील्ड में कार्यरत असंगठित एवं अनस्किल्ड वर्करों की सेवा शर्तों, कार्यस्थल पर उनकी सुरक्षा, कार्यदबाव, और सामाजिक सुरक्षा जैसे विषयों पर भी गहन विमर्श हुआ। श्री राय ने बताया कि इन वर्करों की स्थिति बेहद चिंताजनक है और उन्हें अक्सर बिना सुरक्षा उपकरणों के जोखिम भरे हालातों में कार्य करना पड़ता है।
समान वेतनमान की मांग:
श्रमिक संघ ने समान कार्य के लिए समान वेतनमान लागू करने की पुरजोर मांग की। संगठन का मानना है कि एक ही प्रकार का कार्य करने वाले कर्मियों को भिन्न-भिन्न वेतन देना अन्यायपूर्ण है और इससे कार्यस्थल पर असंतोष और असुरक्षा का माहौल बनता है।
बिना निविदा के लिए गई 40 गाड़ियों का मामला:
इस बैठक में सबसे गंभीर मुद्दा रहा – झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड में बिना किसी वैध निविदा प्रक्रिया के सीधे 40 गाड़ियों की खरीद अथवा किराया पर लिए जाने का मामला। श्री राय ने इस पर गहरी आपत्ति जताते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में गाड़ियों का बिना टेंडर के लिया जाना न केवल वित्तीय अनियमितता को दर्शाता है, बल्कि इससे पारदर्शिता एवं जवाबदेही पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है।
ड्राइवरों को पिछले चार माह से नहीं मिला वेतन:
इन गाड़ियों के साथ कार्यरत ड्राइवरों को पिछले चार महीनों से वेतन नहीं मिला है। यह स्थिति न केवल श्रम कानूनों का उल्लंघन है, बल्कि इससे श्रमिकों के परिवार आर्थिक और मानसिक संकट से गुजर रहे हैं। संघ ने मांग की कि इन ड्राइवरों का लंबित वेतन अविलंब भुगतान किया जाए।
श्री अजय राय ने फील्ड वर्करों की रोज़मर्रा की चुनौतियों, अनुभवों और व्यावहारिक समस्याओं को विस्तार से जी.एम. (एच.आर) श्री खाखा के समक्ष रखा। उन्होंने यह भी कहा कि श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए संघ किसी भी स्तर तक जाने को तैयार है।
श्री सुनील दत्त खाखा ने अध्यक्ष श्री राय द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि वे इन समस्याओं को उचित मंच तक पहुँचाकर त्वरित समाधान की दिशा में कदम उठाएंगे।
इस अवसर पर अजय राय के साथ संघ के सदस्य मुकेश साहू भी शामिल थे