लातेहार – झारखंड के किसानों के लिए एक अच्छी खबर! भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ मर्यादित (NCCF) ने, पलामू में मिली सफलता के बाद, अब लातेहार जिले में अरहर की खेती को पुनर्जीवित करने और किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
आज NCCF ने पांडेयपुरा एग्रो-हॉर्टी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के सहयोग से एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें 35 क्विंटल उच्च गुणवत्ता वाले अरहर के बीज किसानों को वितरित किए गए।
इस दूरदर्शी पहल का उद्देश्य सिर्फ बीज बांटना नहीं, बल्कि किसानों को उनकी मेहनत का पूरा फल दिलाना है।
NCCF ने किसानों को आश्वस्त किया है कि उनकी उपज को सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदा जाएगा। इससे किसानों को आय में सीधा इजाफा होगा। कार्यक्रम में 150 से भी अधिक किसानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो इस पहल के प्रति उनकी गहरी रुचि और विश्वास को दर्शाता है।
NCCF के अधिकारियों ने बताया कि लातेहार क्षेत्र अपनी उपजाऊ भूमि और अरहर की खेती के लिए जाना जाता है। इस क्षेत्र की क्षमता को देखते हुए, NCCF ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को सर्वोत्तम बीज मिलें, जिससे उनकी इनपुट लागत कम होगी और उपज में वृद्धि होगी। साथ ही, NCCF एक विश्वसनीय बाजार भी उपलब्ध कराएगा, जिससे किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
इस अवसर पर, NCCF के शाखा प्रबंधक, श्री प्रिंस कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, लातेहार, श्री अमृतेश कुमार सिंह, और लातेहार कृषि विभाग के कई अन्य गणमान्य अधिकारी उपस्थित थे।
 NCCF के शाखा प्रबंधक श्री प्रिंस कुमार ने अपने संबोधन में किसानों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और कहा कि यह पहल उनके लिए गेम चेंजर साबित होगी। उन्होंने किसानों को NCCF के ई-संयुक्त पोर्टल पर पंजीकरण करने के महत्व पर भी जोर दिया, जिससे वे अपनी फसलों के उचित बाजार मूल्य के बारे में तुरंत जानकारी प्राप्त कर सकें।
जिला कृषि पदाधिकारी, श्री अमृतेश कुमार सिंह ने किसानों को अरहर की वैज्ञानिक खेती और अधिकतम पैदावार प्राप्त करने के तरीकों पर बहुमूल्य सुझाव दिए। उन्होंने किसानों को उन्नत कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
यह कार्यक्रम उपभोक्ता मामले विभाग की सचिव, श्रीमती निधि खरे के दूरदर्शी मार्गदर्शन और NCCF की प्रबंध निदेशक, श्रीमती एनीस जोसेफ चंद्रा के कुशल पर्यवेक्षण में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह पहल निश्चित रूप से लातेहार के किसानों के जीवन में समृद्धि लाएगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी।