राष्ट्र के नाम पत्र*
*मेरे प्यारे देशवासियों,*
ऊर्जा और उमंग से भरी दीपावली के इस पावन पर्व पर आप सभी को मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं। अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद ये दूसरी दीपावली है। प्रभु श्रीराम हमें मर्यादा का पालन करना सिखाते हैं और साथ ही हमें अन्याय से लड़ने की भी सीख देते हैं।
इसका जीवंत उदाहरण हमने कुछ महीने पहले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी देखा। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने मर्यादा का पालन भी किया और अन्याय का बदला भी लिया।
इस बार की दीपावली इसलिए भी विशेष है क्योंकि देश के अनेक जिलों में, दूर-दराज के क्षेत्रों में पहली बार दीपावली के दीप जलेंगे।
ये वो जिले हैं, जहां नक्सलवाद और माओवादी आतंक को जड़ से मिटा दिया गया है। बीते दिनों में हमने देखा है कि कैसे अनेक व्यक्ति हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल हुए और उन्होंने देश के संविधान के प्रति आस्था जताई है। देश की ये बहुत बड़ी उपलब्धि है।
इन ऐतिहासिक उपलब्धियों के बीत कुछ दिनों पहले देश में नेक्स्ट जनरेशन रिफॉर्म्स की भी शुरुआत हुई है। नवरात्रि के पहले दिन GST की कम दरें लागू हुईं हैं। GST बचत उत्सव में देशवासियों के हजारों करोड़ रुपये बच रहे हैं।
अनेक संकटों से गुजर रहे विश्व में, हमारा भारत स्थिरता और संवेदनशीलता दोनों का प्रतीक बनकर उभरा है। आने वाले कुछ समय में हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी बनने वाले हैं।
विकसित और आत्मनिर्भर भारत की इस यात्रा में एक नागरिक के तौर पर हमारा प्रमुख दायित्व है- हम देश के प्रति अपना कर्तव्य निभाएं।
हम स्वदेशी अपनाएं और गर्व से कहें- ये स्वदेशी है।
हम एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को बढ़ाएं। हम हर भाषा का सम्मान करें। हम स्वच्छता का पालन करें। हम अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। भोजन में तेल की मात्रा 10 प्रतिशत कम करें और योग को अपनाएं। ये सारे प्रयास हमें और गति से विकसित भारत की ओर ले जाएंगे।
दीपावली हमें यह भी सिखाती है कि जब एक दीप दूसरे दीप को जलाता है, तो उसका प्रकाश कम नहीं होता बल्कि और बढ़ता है। इसी भावना से, हमें भी इस दीपावली पर अपने समाज में, अपने आसपास, सद्भाव, सहयोग और सकारात्मकता के दीप जलाने हैं।
एक बार फिर आपको दीप पर्व की ढेर सारी शुभकामनाएं।
*आपका,*
*नरेंद्र मोदी*