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श्री विनय कुमार चौबे, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पांचवे चरण में 20 दिसंबर को 16 सीटों पर होनेवाले मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया कि इस चरण में 5389 मतदान केंद्रों में से 1717 अति संवेदनशील औऱ 1973 संवेदनशील मतदान केंद्र के रुप में चिन्हित किए गए हैं. इन मतदान केंद्रों की सुरक्षा को लेकर आर्म्ड फोर्सेज के जवानों की तैनाती की गई है. मतदान के दिन पुलिस मूवमेंट को लेकर इन्हें आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं.

अति संवेदनशील और संवेदनशील श्रेणी में रख सुरक्षा के इंतजाम
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मतदान केंद्रों को नक्सल और गैर नक्सल आधार पर संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों में रखा गया है. उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित इलाकों में 396 अति संवेदनशील और 208 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं. वहीं गैर नक्सल इलाकों में  अति संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 1321 और  संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 1765 है. इसके अलावा सामान्य मतदान केंद्रों की संख्या 1699 है. 

8 मतदान केंद्र किए गए हैं री-लोकेट
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि पांचवे चरण में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 8 मतदान केंद्र री-लोकेट किए गए हैं. इनमें लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 2, शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 5 औऱ जामा विधानसभा क्षेत्र में 1 मतदान केंद्र हैं. री-लोकेटेड मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को लाने के लिए निःशुल्क वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है.

132 प्राथमिकी कराई जा चुकी दर्ज, सी-विजिल पर मिलीं 2045 शिकायतें
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि आचार संहिता लागू होने के बाद से चुनाव में गड़बड़ियों अथवा आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर अबतक पूरे राज्य में 132 प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है. इसके अलावा आचार संहिहता के उल्लंघन की 2045 शिकायतें सी-विजिल पर आ चुकी हैं. इनमें से 222 मामले सही पाए गए और 2 को छोड़कर शिकायतों का निष्पादन कर दिया गया है.
 

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