वैश्विक महामारी के बीच झारखंड की हेमंत सरकार ने एक साल पूरा किये. मंगलवार को राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में राज्यवासियों को कई नयी योजनाओं की सौगात मुख्यमंत्री ने दी, वहीं पूर्व की सरकार पर भी जमकर प्रहार किये. 

सीएम श्री सोरेन ने कहा कि पूर्व की सरकार ने राज्य का खजाना खाली कर हमें सिर्फ चाबी पकड़ा दी है. वहीं, कोरोना वायरस संक्रमण भी एक बड़ी चुनौती बनक.

राज्यवासियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि राज्यवासियों के चेहरे पर मुस्कान आये, यही वर्तमान की झारखंड सरकार की सोच है. इसी के तहत हमारी सरकार आगे बढ़ रही है.


सीएम श्री सोरेन ने कहा कि जब भी विभागीय अधिकारियों के साथ विकास की बात की जाती, तो पूर्व की सरकार की हजारों -करोड़ों का बकाया सबसे पहले सामने आता है. गरीबों को मुफ्त में बिजली देने के वादे पर काम शुरू हुआ, तो बिजली विभाग में भी हजार- दो हजार करोड़ का बकाया पाया गया.

उन्होंने कहा कि कुछ नयी योजना के तहत कुछ निर्णय लिया जाये, तो पता चलता है कि उस विभाग में पहले से हजार- दो हजार करोड़ का बकाया है. पूर्व की सरकारों की हजारों- करोड़ों के कर्ज को भी हमें ही चुकाना है. इसके बावजूद हमारी सरकार ने व्यवस्था को पटरी पर लाने की भरपूर कोशिश कर रही है.

इसी का परिणाम है कि अब झारखंड धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. आने वाले 4 साल में नया झारखंड दिखेगा. झारखंड आत्मनिर्भर बनेगा. राज्य के संसाधनों से झारखंड का विकास होगा. इसके लिए राज्यवासियों के सहयोग की अपील भी की.

उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार बनते ही विकास पर विशेष फोकस किया गया, लेकिन जब खजाने को देखा गया, तो पूरी तरह से खाली मिला. पूर्व की सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जब नयी योजनाओं को धरातल पर उतारने की कोशिश की गयी, तो खजाने में पैसे नहीं मिले.

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