देश के महान समाज सुधारक पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की कर्मभूमि जामताड़ा। जामताड़ा ने कभी साइबर अपराध के लिए पूरे देश में सुर्खियां बटोरी। अब पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की कर्मभूमि जामताड़ा का नारायणपुर, करमाटांड प्रखंड की पहचान बदलने की दिशा में राज्य सरकार ने कार्य करना आरंभ कर दिया है।

यहां के लोगों ने भी इस बदलाव को स्वीकार किया। जामताड़ा के बच्चे और युवा अब डिस्कवरी ऑफ इंडिया, इंडियन इकॉनमी, इंडिया आफ्टर गांधी जैसी पुस्तकें अपने गांव में ही पढ़कर पंडित जी की विचारधारा के अनुरूप खुद को अग्रसर करने के प्रयास में जुट गये हैं। ऐसा होगा सामुदायिक पुस्तकालय के जरिये।

राज्य सरकार ने लालचंदडीह, महतोडीह एवं करमाटांड प्रखंड के सियाटांड़, नाला प्रखंड के पंचायत भवन, फतेहपुर पंचायत एवं कुण्डहित प्रखंड परिसर समेत अन्य स्थानों में 33 सामुदायिक पुस्तकालय का शुभारंभ कर दिया है,  जो युवाओं और बच्चों के शैक्षणिक विकास और सकारात्मक बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।

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