*Image credit Ratan Lal
राष्ट्रीय विधि अध्ययन और शोध विश्वविद्यालय रांची और नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी बैंगलोर के बीच अकादमिक सहयोग और लर्निंग के लिए एमओयू हुआ। एनएलएसआइयू के कुलपति प्रो. डॉ. आर वेंकट राव और राष्ट्रीय विधि विवि के प्रभारी कुलपति गौतम कुमार चौधरी ने एमओयू पत्र साइन किया। इस मौके पर एनएलएसआइयू के कुलपति प्रो. डॉ. आर वेंकट राव ने कहा की ये बहुत ही ख़ुशी की बात है की हम लॉ विवि रांची के साथ एमओयू कर रहे है, ये दोनों पक्षों के लिए लाभप्रद होने जा रहा है। इस एमओयू से छात्र-छात्राओं के साथ साथ शिक्षकों के लिए भी सिखने और नए खोज करने के लिए एक बेहतर योजना होगी। उन्होंने अपने अभिभाषण में कहा की एक लॉयर के लिए हर दिन परीक्षा का दिन होता है, हर दिन वकीलों को सीखना चाहिए, हमें गर्व होना चाहिए की हम एक लॉयर है, क्योंकि एक लॉयर ही होता है जिसके पास संविधान का हर ज्ञान अच्छे से होता है और वो हर दिन इसे प्रैक्टिस में लाते है, ये किसी अन्य प्रोफेशन में नहीं मिलता। उन्होंने आगे कहा की वो दिन हमारे लिए बहुत उत्सव का दिन होगा जब इस एमओयू के अंतर्गत लॉ विवि रांची के बच्चे हमारे विश्वविद्यालय में आएंगे और हमारे छात्र-छात्राएं आपके विश्वविद्यालय में आयेंगे और कुछ लेकर और कुछ देकर जाएंगे।
इस एमओयू के तहत लॉ विश्वविद्यालय बैंगलोर को बहुत बड़ा अवसर प्राप्त होगा। मौके पर मौजूद लॉ विवि के प्रभारी कुलपति गौतम कुमार चौधरी ने कहा की अगर आपको बढ़ना है तो आपको सहयोग की जरुरत पड़ेगी और आपको साझेदारी निभानी ही पड़ेगी, कोई भी संस्थान परफेक्ट नहीं होता, उसे बनाना पड़ता है। हमें बेस्ट बनने के लिए बेस्ट के साथ टाई-अप करना चाहिए, क्योंकि हमें उन रास्तों पर चलने की जरुरत है जिनपर चलकर वो सर्वश्रेष्ठ बने है। उन्होंने नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी बैंगलोर के इस पहल की सराहना करते हुए आभार जताया, और कहा की ये एमओयू दोनों विश्वविद्यालयों के लिए लाभदायक सिद्ध होगी।
किन बिंदुओं पर हुई एमओयू :
इस मौके पर नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी बैंगलोर के प्रोफेसर टीवी सुब्बाराव, लॉ विवि रांची की डीन संगीता लाहा, रजिस्ट्रार इंचार्ज एमआरएस मूर्ति, डायरेक्टर रीसर्च एंड ट्रेनिंग के.श्यामला सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी मौजूद थे।