*Punishment must be given to those who made these innocent children to offer Nawaz on the road and thereby block the traffic in Hazaribagh, Jharkhand.

झारखंड के हजारीबाग में कुछ मुस्लिम बच्चों की सड़क पर नमाज पढ़ते तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है। इस पर लेखिका तस्लीमा नसरीन ने कहा है कि किसी भी धर्म को मानवता को परेशान करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने वायरल फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा है कि बच्चों को सजा न दें, बल्कि उस दुष्ट व्यक्ति को सजा दें जिसने बच्चों को सड़क ब्लॉक करने के लिए भेजा था। किसी भी धर्म को मानव जाति को तंग करने की अनुमति नहीं दिया जाना चाहिए।

बता दें कि हजारीबाग के पेलावल ओपी क्षेत्र स्थित हजारीबाग-कटकमसांडी रोड पर मुस्लिम बच्चों ने नमाज अदा की थी। तस्वीर में आठ से 10 बच्चे दिख रहे हैं, जो बीच सड़क नमाज अदा कर रहे हैं। बताया गया कि तस्वीर 12 मार्च जुमे के दिन की है। इस तस्वीर के इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद हजारीबाग पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। पुलिस ने मामले में पेलावल क्षेत्र के इब्राहीमी मस्जिद कमेटी से जवाब मांगा है। फोटो वायरल करने वाले तीन लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।

इधर, झारखंड भाजपा के प्रवक्‍ता प्रतुल शाहदेव ने भी इस पर प्रतिक्रिय व्‍यक्‍त की है। ट्वीट करते हुए कहा कि बच्चों से बीच सड़क में नमाज पढ़ाने वालों की गिरफ्तारी नहीं हुई। लेकिन तस्वीर शेयर करने वाले की गिरफ्तारी हो गई। हेमंत सोरेन सरकार अविलंब इन्हें रिहा करे। तुष्टीकरण की सारी सीमाएं पार हो गई है। शाहदेव ने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि सूचना मिली है कि जिन धर्म के ठेकेदारों ने इन बच्चों को राजमार्ग को जाम करके नमाज पढ़वाया, वे खुले में घूम रहे हैं। लेकिन फोटो शेयर करने के आरोप में तीन लोगों की गिरफ्तारी हो गई है। आखिर झारखंड में 'सेकुलर' सरकार है। इनकी तुरंत रिहाई हो।

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