*Image by IPRD, Jharkhand
झारखण्ड मंत्रालय में सिपेट की क्षेत्रीय परामर्षदात्री समिति (RAC) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उद्योग सचिव सुनील कुमार वर्णवाल ने कहा कि सिपेट अपने वर्तमान संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग करते हुए राज्य के युवाओ को हुनरमंद बनाने में अपना अहम योगदान दें। उद्योग सचिव ने कहा कि झारखण्ड में सिपेट की शुरूआत मई 2017 में हुई। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किये गये मेक इन इंडिया/डिजिटल इंडिया के लिये भी बड़ी संख्या में कौषल युक्त युवाओं की आवष्यकता हो रही है। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास की भी प्राथमिकता युवाओं को कौषलयुक्त बनाना है। इसके लिए सिपेट राज्य के युवाओं को योजनाबद्ध तरीके से कौषलयुक्त बनाए।
ज्ञात हो कि जनवरी 2018 में सिपेट के कार्यों के मूल्यांकन एवं प्रगति की समीक्षा के लिए तथा बेहतर कार्य हेतु परामर्ष देने के उद्देश्य से क्षेत्रीय परामर्षदात्री समिति (RAC) का गठन उद्योग विभाग द्वारा किया गया। प्रत्येक चार माह पर इसकी बैठक होगी। आज इसकी पहली बैठक थी जिसमें सिपेट (CPET) रांची के लिए बीई/बी0टेक छात्रों के पीजी डिप्लोमा के लिए सीटों का निर्धारण, कौषल प्रषिक्षण के आवासीय कार्यक्रम के तहत छात्राओं के आवासन हेतु गल्र्स होस्टल के प्रस्ताव आदि पर विचार किया गया। प्लास्टिक प्रोसेसिंग तथा क्वालिटी कंट्रोल से सम्बद्ध सभी कौषल प्रषिक्षण के लिए राज्य स्तर पर सिपेट को नोडल ऐजेन्सी बनाने हेतु प्रस्ताव पर भी आरएसी में विचार किया गया।
RAC के सदस्य निदेषक उद्योग निदेषालय, निदेषक कृषि निदेषालय, निदेषक बीआईटी मेसरा, अध्यक्ष झारखण्ड स्माॅल इण्डस्ट्रीज एषोसियेषन, अध्यक्ष आदित्यपुर स्माॅल इण्डस्ट्रीज एषोसियेषन, प्रबंध निदेषक झारखण्ड टूल रूम रांची, निदेषक निदेषालय MSME रांची, निदेषक सिपेट हेहल रांची, अभियंता प्रमुख पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, अभियंता प्रमुख जल संसाधन विभाग, प्रबंध निदेषक JIIDCO अभियंता प्रमुख भवन निर्माण विभाग, निदेषक तकनीकी उच्च षिक्षा हैं। इस बैठक में सभी सदस्य अथवा उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।