*Image credit by IPRD, Jharkhand
राजभवन दुमका में मुख्यमंत्री रघुवर दास की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ एक समीक्षात्मक बैठक की गई। बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि गरीबी ही असामाजिक तत्वों को जन्म देती है। युवाओं को रोजगार से जोड़ना सरकार का उद्देश्य है। युवाओं को रोजगार से जोड़कर उनका आर्थिक विकास एवं बेहतर समाज का निर्माण सरकार का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि संथाल परगना में समस्याएं बहुत हैं जिसे कठोर परिश्रम एवं परसपर सहयोग से ही हम दूर कर सकते हैं। सभी को अपनी जिम्मेवारी तय करनी होगी। समाज जिला प्रशासन सभी अपने-अपने स्तर से कार्य करेंगे तभी राज्य का समग्र विकास संभव है। उन्होंने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपको समाज का भला करने के लिए एक जिम्मेदारी दी गई है। कुछ ऐसा कार्य करके यहां से जाएं कि आपके जाने के बाद भी लोग आपको याद रखें। उन्होंने कहा कि अशिक्षा, अज्ञानता के कारण ही संथाल परगना पिछड़ा है। शिक्षकों के अभाव में शिक्षण कार्य बाधित ना हो। शिक्षित युवाओं को पढ़ाने का कार्य दिया जा सकता है। इससे जीरो ड्रॉपआउट के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा साथ ही साथ गांव के युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संताल परगना में कुपोषण एक बड़ी समस्या है। कुपोषण को खत्म करने के लिए सखी मंडल को घर-घर जाकर स्थानीय भाषा में लोगों को जागरूक करें। स्थानीय भाषा में बुकलेट लोगों को उपलब्ध कराएं ताकि उसे पढ़कर इस समस्या को समाज से खत्म किया जा सके। स्कूल के शिक्षक भी बच्चों को कम से कम एक घंटा इस विषय के बारे में बताएं ताकि आने वाले समय में कुपोषण समाप्त हो और एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो।
दास ने दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार को निदेश दिया कि डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर और ब्लॉक कोऑर्डिनेटर की बैठक करें तथा उन्हें विकास कार्यों से जोड़ने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि 14वें वित्त आयोग की राशि से गांव का विकास किया जाए। 14वें वित्त आयोग का पैसा गांव के विकास के लिए ही दिया गया है। आदिवासी विकास समिति/ग्राम विकास समिति बनाया जाए और गांव के विकास की रूपरेखा उनके द्वारा तय की जाए। अपना गांव अपना काम के द्वारा गांव के ही लोगों के द्वारा गांव के विकास का ब्लू प्रिंट तैयार किया जाए। अपने गांव के विकास के लिए कार्ययोजना तैयार करने से बिचौलियों की भूमिका भी समाप्त होगी |
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को बहुफसलीय कृषि के लिए प्रेरित करें। परती भूमि पर सोलर फार्मिंग करें तथा एलोवेरा की भी खेती की जा सकती है। रेडी टू इट मशीन लगाया जाय जिसकी मदद से सखी मंडल के द्वारा हर गांव के हर आंगनबाड़ी केन्द्र तक सामग्री पहुंचाई जायेगी। उन्होंने पोल्ट्री फेडरेशन की स्थापना पर जोर देते हुए कहा कि इससे जुड़कर महिलायें आत्मनिर्भर बन सकती है। उन्होंने कहा कि जन सहयोग से ही योजना को शक्ति मिलती है। अधिकारी समर्पण के भाव से कार्य करें। सरकार बेरोजगारी और गरीबी को दूर करने के लिए लगातार कार्य कर रही है। सरकार का लक्ष्य गरीबी और बेरोजगारी को खत्म करना है।
इससे पूर्व दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने नीति आयोग के द्वारा निर्धारित विभिन्न इंडीकेटर्स पर जिला प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों को पीपीटी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री रघुवर दास के समक्ष प्रस्तुत किया।