भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता रीतेश सिंह ने हेमंत सरकार पर धर्मांतरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा जब से हेमंत सरकार का गठन हुआ है तभी से ईसाई मिशनरियां बेखौफ होकर ईसाइयत के विस्तारीकरण में लगी हुई है। 

रामगढ़, हजारीबाग, रांची, धनबाद, जमशेदपुर सहित अनेक जिलों से धर्मांतरण कराने की सूचनाएं आ रही हैं और शिकायत करने पर भी प्रशासन खामोश है।गैर ईसाई क्षेत्र में भी अवैध चर्च बनाए जा रहे हैं। सरकारी मदद से बने भवनों को भी चर्च बनाया जा रहा है। भोले-भाले आदिवासियों को मिशनरी लालच और बीमारी से छुटकारा दिलाने के नाम पर ईसाई बनाया जा रहा है।

हेमंत सरकार बनने के बाद झारखंड में चर्च के प्रमुख आर्चबिशप का बयान सभी को ध्यान में है। ईसाई मिशनरियों छद्म वेश में हिंदू, आदिवासियों को चंगाई सभा द्वारा भ्रमित कर धर्मांतरण कराती हैं। आदिवासी समाज का धर्मांतरण रोकने के लिए धर्मांतरण कानून 2017 में पारित हुआ था, उसे वर्तमान सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है। 

भगवान बिरसा मुंडा जी ने ईसाई मिशनरियों के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया। आज उनकी ही जमीन पर धर्मांतरण का खेल-खेला जा रहा है 1850 में मात्र 4 उरांव, ईसाई बने और आज लाखों आदिवासियों का धर्मांतरण करा दिया गया है।ईसाई मिशनरियां एनजीओ के माध्यम से पैसे को धर्मांतरण की गतिविधियों में लगाती है। 

आदिवासी, ईसाई बनने के बाद अपनी संस्कृति व जडो से कट जाता है और चर्च जाना शुरु कर देता हैं। लगता है जिस प्रकार से झारखंड में खुलेआम धर्मांतरण के समाचार मिल रहे हैं उससे प्रतीत होता है कि यह हेमंत सरकार नहीं, मिशनरी सरकार है।

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