आज रविवार को प्रातः 8 बजे से रांची रिवोल्ट जनमंच एवं मैदान बचाओ संघर्ष समिति के संयुक्त तत्वावधान में राज्य के सैकड़ों खिलाड़ियों एवं आम लोगों ने मोरहाबादी मैदान में खेल के मैदानों पर होते अतिक्रमण एवं मैदानों में की जा रही पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए राजस्थान की तर्ज पर चिपको आंदोलन की शुरुआत की गयी.
आज सैकड़ों लोगों ने पेड़ों से चिपककर पेड़ों एवं पर्यावरण को बचाने का संकल्प लिया और प्रण लिया कि वे जान दे देंगे लेकिन पेड़ नहीं कटने देंगे.
इस अवसर पर बोलते हुए रांची रिवोल्ट जनमंच एवं मैदान बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक डॉ.प्रणव कुमार बब्बू ने कहा कि, पूरे झारखण्ड में पेड़ों से लिपटकर उसे कटने से हम हर हाल में बचायेंगे. उन्होंने कहा कि इसके तहत खिलाड़ियों एवं आम लोगों के द्वारा पेड़ों से चिपककर उसे कटाई से रोकने एवं मैदान बचाने के संकल्प के तहत अगले मंगलवार से हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत होगी और सम्पूर्ण झारखण्ड प्रदेश में पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.
समाजसेवी डॉ.बब्बू ने कहा कि राज्य बनने के बाद राजधानी समेत राज्य के सभी जिलों में खेल के मैदान कम होते जा रहे हैं जिससे खिलाड़ियों एवं आम नागरिकों के लिए समस्याएं उत्पन्न होती जा रही है जबकि ये हमारे जीवन का आवश्यक अंग हैं. मगर सभी मैदानों में अतिक्रमण कर और निर्माण कार्य के द्वारा मैदानों को संकुचित किया जा रहा है. यह खिलाड़ियों एवं आम नागरिकों के लिए बड़ी समस्या है.
इसी क्रम में आज मोरहाबादी मैदान से राजस्थान की तर्ज पर झारखण्ड चिपको आंदोलन की शुरुआत की गयी. इस अवसर पर सैकड़ों खिलाड़ियों ने मैदानों को बचाने और पेड़ों को नहीं कटने देने के संकल्प के साथ पेड़ों से चिपककर पेड़ कटाई रोकने एवं मैदान बचाने हेतु पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया. मंगलवार प्रातः सात बजे से इसी विषय पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जायेगा. सभी खिलाड़ियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं से डॉ.बब्बू ने निवेदन किया कि वे आकर हस्ताक्षर करते हुए इस आंदोलन को अपना समर्थन दें.
इस अवसर पर आंदोलन के संयोजक डॉ.प्रणव कुमार बब्बू के साथ ही सुजाता भगत, विमल दीप लाल, विजय दत्त पिंटू, उमेश कुमार मंडल, दीपक कुमार, चंदन कुमार, उमेश कुमार साहू, रंजीत सोनी, अशोक कुमार सिंह, सुनीता लाल, नीरज सिन्हा, सोनी सिंह, संगीता उरांव, महमूद आलम, खुशी कच्छप, प्राची उरांव, माधुरी कुमारी, साक्षी कुमारी, सिद्धि स्नेहा, सूरज चीक बड़ाईक, समरजीत बनर्जी, शिक्षा श्रीवास्तव, दीपा दिगंबरी, प्रमिला मरांडी, कृष्णा नितिन उरांव, बिट्टू कुमार, शीतल कुजुर, श्रेया थापा, राशि गुप्ता, विदिशा, आध्या, आयुष राज लकड़ा, विल्सन टोप्पो, अथर्व सार्थक, अंशु कुमारी, ऋषभ सांवरिया, पीयूष सांवरिया, आकांक्षा तिर्की, रतन तिर्की, राहुल कालिंदी, आकाश सिंह, आशु तिर्की, प्रिंस ठाकुर, अमृत मुंडा, सौर्य संजीव मिश्रा, शिवम मुंडा, आकाश साहू, मुकेश मुंडा, अभिषेक कुमार, बिनोद भारती, प्रदीप मुंडा, मिन बहादुर रॉय, एल.एन.मुंडा समेत सैंकड़ों खिलाड़ी एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे.