झारखंड के हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड की सीकरी पंचायत अंतर्गत ऊपर मोहडर में वन क्षेत्र पदाधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों को नहीं छेड़ें. इससे हाथी और उग्र हो जायेंगे. 

वन पदाधिकारी इधर उधर के जाल में फँसे दिख़ रहे है। इस बार फिर 
जंगली हाथियों का तांडव जारी है।ये जंगली हाथी के झुंड ने रातभर उत्पात मचाया. 

सूचना है कि उग्र हाथियों के झुंड ने दर्जनों घर तोड़ डाले एवं लाखों रुपये की फसलें बर्बाद कर दीं. ग्रामीणों ने फसलों के नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है. 

इसके कारण वन क्षेत्र पदाधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों को नहीं छेड़ें. इससे हाथी और उग्र हो जायेंगे. ये कोई नई समस्या नही है ।झारखंड में आए दिन हाथियों द्वारा उत्पात मचाया जाता है. इस दौरान न सिर्फ घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है, बल्कि फसलें भी रौंद दी जाती हैं. इससे किसानों की परेशानी बढ़ जाती है.

बड़कागांव की सीकरी पंचायत के ऊपर मोहडर में जंगली हाथियों ने रात में जमकर उत्पात मचाया. उग्र हाथियों के झुंड ने दर्जनों घरों को तोड़ दिया. इसके साथ ही फसलों को भी रौंद डाला. 

ग्रामीणों ने मुआवजा देने की मांग की है. इधर, वन क्षेत्र पदाधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों को नहीं छेड़ें. इससे हाथी और उग्र हो जायेंगे. 

समाजसेवी टेकलाल महतो ने जानकारी दी है कि बुधन महतो (पिता मधु महतो), तिलेश्वर भुइयां (पिता धनु भुइयां), फुकली देवी (पति सहादेव महतो) एवं कंडबेरवा के चरक महतो (पिता झरी महतो), तनु महतो, गीता देवी, करमी देवी, सुगंती देवी, आयुष अंकुश, तिलेश्वर भुइयां के घर को हाथियों ने तोड़ दिया है. इसके साथ ही गेहूं, जौ, प्याज, लहसुन समेत अन्य फसलों को बर्बाद कर दिया.

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