*वर्चुअल बेबिनार को संबोधित करती हुई झारखण्ड उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति अनुभा रावत चौधरी
स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भूमिका सराहनीय है। महिलाओं ने आगे बढ़- चढ़कर स्वतंत्रता आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर पुरुषों का साथ निभाया और शक्तिस्वरूपा बनकर महत्वपूर्ण कार्य करते हुए अपनी शहादत दी।
उपर्युक्त बातें मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति अनुभा रावत चौधरी ने झारखंड/बिहार अधिवक्ता परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वर्चुअल बेबिनार को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने बहुत विस्तार से दर्जनों ऐसी महिलाओं के कार्यों का उल्लेख किया, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर "स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भूमिका" विषयक वर्चुअल बेबिनार में अपने विचार व्यक्त करते हुए कर्नाटक उच्च न्यायालय की वरीय अधिवक्ता प्रमिला नेसरगी ने भी महिलाओं के महत्व पर प्रकाश डाला, जबकि अवकाश प्राप्त न्यायाधीश-सह- अधिवक्ता परिषद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मीरा ताई खडक्कर ने अध्यक्षीय उद्बोधन में राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका एवं स्वतंत्रता आंदोलन में दिए गए उनके योगदान की चर्चा की।उन्होंने कहा कि महिला सक्षम होगी, तभी राष्ट्र सक्षम होगा।
इस वर्चुअल वेबीनार में विशिष्ट अतिथि के रूप में अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के श्रीनिवास मूर्ति एवं उच्चतम न्यायालय की अधिवक्ता सुमन चौहान भी उपस्थित रही। कार्यक्रम का आरंभ अधिवक्ता इन्दु पराशर ने राष्ट्रीय गीत "वंदे मातरम्" से किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता परिषद, बिहार इकाई की कोषाध्यक्ष अर्चना द्वारा किया गया। अतिथियों का स्वागत झारखंड की सचिव एवं कार्यक्रम संयोजक नीता कृष्णा ने किया।
धन्यवाद ज्ञापन अधिवक्ता माला सिन्हा द्वारा किया गया, जबकि कार्यक्रम का समापन रानी सिंह द्वारा प्रस्तुत राष्ट्रीय गान "जन गण मन" के साथ हुआ। झारखंड/ बिहार अधिवक्ता परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस वर्चुअल बेबिनार में विशेष रुप से झारखंड/बिहार के संगठन मंत्री सुनील कुमार, अधिवक्ता परिषद झारखंड के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद मिश्रा, उपाध्यक्ष राज कुमार शर्मा, महामंत्री विजय नाथ कुंवर, बिहार प्रान्त के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार, महामंत्री श्री संजीव कुमार, महिला प्रमुख श्रीमती रानी सिंह, झारखण्ड बार कौंसिल के अध्यक्ष राजेन्द्र कृष्णा, प्रशांत विद्यार्थी, भीम महतो, अखौरी अंजनी कुमार, महामाया राय, तनु श्री, कृष्णा कुमारी, आकांक्षा सिंह, नेहा वर्मा,अवनि सिंह,पूनम कुमारी, प्रभा सिंह, शैली कुमारी,सीमा ग्रोवर, अर्चना ठाकुर, महुआ पालित, कोमल मान, रनिका झा, रागिनी कुमारी, शिखा कुमारी सहित सौ से अधिक महिला एवं पुरूष अधिवक्ताओं ने अपनी सहभागिता दर्ज की। यह जानकारी झारखंड राज्य अधिवक्ता परिषद के प्रांत मिडिया सह प्रमुख रितेश कुमार बॉबी ने दी।ये सूचना रितेश कुमार बॉबी ने दी।