झारखंड के साहिबगंज में एक ही अल्पसंख्यक परिवार के 3 लोगों के शव मिले हैं।
आज बुधवार की सुबह जीरवा बाड़ी ओपी थाना क्षेत्र के मदन साही गांव के गंगा किनारे स्थित ईट भट्ठे एक मां और दो बेटों की लाश बरामद की गई।
Police के अनुसार तीनों लोगों की हत्या की आशंका है। सूचना मिलने के बाद थाना प्रभारी सुनील कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे।
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने तीनों शव को रास्ते में रखकर राष्ट्रीय उच्च 80 को जाम कर दिया। विरोध में टायर जलाए गए। नारेबाजी की गई। दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की गई।
मदन साही गांव से सटे गंगा किनारे गांव क मोहम्मद कदरुद्दीन ईंट भट्टा लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। ईट भट्टे की मजदूरी में उनके दोनों बच्चे एवं पत्नी भी सहयोग करते था। मंगलवार की रात लगभग 2:00 बजे मौसम में बदलाव हुआ।
बारिश की आशंका को देखते हुए मोहम्मद कद्र उद्दीन की पत्नी शकीला बीबी उम्र 50 साल पुत्र मोहम्मद अली शेर उम्र 25 साल एवं पुत्र मोहम्मद गुलशेर उम्र 22 साल को लेकर ईंट भट्ठे पर पहुंची।
लोग भट्ठे पर ईट को बारिश से बचाने के लिए गए हुए थ। तीनों सुबह तक नहीं लौटने। मोहम्मद कदरुद्दीन इन्हें खोजने के लिए गए तो तीनों लोगों की लाश देखी।घटना की सूचना आग की तरह फैल गई। इसके बाद भारी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। ग्रामीणों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पुलिस पहुंची ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस बीच गांव के लोगों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि तीनों के शरीर पर चोट के निशान हैं। ऐसा लगता है कि गला दबाकर तथा पीट-पीटकर हत्या की गई है।
“स्थानीय लोगों ने बताया उसके अनुसार रात में गंगा किनारे रंगदारी मांगने के लिए 10 से 12 की संख्या में असामाजिक तत्व आए हुए थे। अज्ञात लोगों द्वारा रात में नाव चलाने वाले लोगों को भी पीटा गया है। हालांकि पुलिस इसकी पुष्टि नही कर रही है। जीरवा बाड़ी थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। अभी रंगदारी जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। घटना का स्पष्ट कारण अभी पता नहीं चल पाया है। हत्या के कारण का पता भी नहीं चल पा रहा है।”
(रिपोर्ट इन्पुट्स दैनिक भास्कर )