जाने पाने विधायक सरयू राये के खिलाफ रांची के डोरंडा थाने में FIR दर्ज कराई गई है। आरोप है कि सरयू राय ने ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट का उल्लंघन किया है।
उनके ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 409/379/411/120B &420 के तहत केस दर्ज किया गया है।
सरयू राय जो एक निर्दलीए विधायक हैं ने झारखंड के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ कोविड प्रोत्साहन राशि में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया था। ओर दस्तावेज भी सुपुर्द किया था।और फिर इस मामले में श्री राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कार्रवाई की मांग की गई थी।
अब मामले में अनियमितता का खुलासा करने के लिए इस्तेमाल किए गए “दस्तावेजों” को प्राप्त करने के “आधिकारिक स्रोत” को लेकर विधायक श्री सरयू राय को चुनौती दी गई है।
इससे पहले मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस मामले पर सरयू राय को नोटिस भेज माफी मांगने को कहा था। ऐसा नहीं करने पर विधिक कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी लेकिन सरयू राय ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया।
नोटिस की मियाद खत्म होते ही मंत्री ने जमशेदपुर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया लेकिन कोर्ट ने इस मामले में दायर याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने सुझाव दिया कि यह मामला एमपी-एमएलए कोर्ट में दायर किया जाए। इसके बाद इस मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है।
जब एक यू टूबर ने सरयू राये से उनकी राय जानना चाहा, तो उन्होंने कहा के वो सारी सूचना “RTI के तहत प्राप्त की है।”जो भी हो सरयू राये जो एक निर्दलीए विधायक हैं ने झारखंड के कोंग्रेससी विधायक और स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता पर गम्भीर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया है।
ये बताने की ज़रूरत है की आज FIR फ़ेस कर रहे सरयू राये ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट का उल्लंघन करने का आरोप झेल रहे है। लेकिन उनका झारखंड- बिहार की राजनीतिक इतिहास में चारा घोटाला और कई घोटाला का पर्दा फ़ास करने का श्रेह जाता है।
और इस बार भी उन्होंने भ्रष्ट दिख रहे मंत्री बन्ना गुप्ता पूरी तरह घिरे नज़र आते हैं। क्योंकि उनके खिलाप सरयू राये ने कोविड प्रोत्साहन राशि में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है ।और दस्तावेज भी सोंपी है। जो ये दिखाता है की जैसे ही सरयू राये ने इसका पर्दाफ़ाश किया, मंत्री बन्ना गुप्ता अपने ही “आदेश” को सरकारी छुट्टी के दिन ऑफ़िस खुलवा कर, अपने ही “आदेश” को हटा दिया।