दो दिन पहले जून 7 को आरपीएफ हटिया को खबर मिली की ट्रेन संख्या 13426 (सूरत मालदा एक्सप्रेस) के कोच नंबर डी-6 में 1 साल के बच्चे के साथ में अकेली महिला यात्रा कर रही है जोकि गर्भवती है, तथा उन्हे तेज़ प्रसव पीड़ा हो रहा है और चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता है | 

ए घटना आज भी आरपीएफ के जवानों को याद है। “ ऐ भुला नही जा  सकता। पूरे जीवन में मुझे ए चैन याद रहेगा”। ऐ कहना था एक आरपीएफ के महिला का।

जो भी हो आरपीएफ ने त्वरित कारवाई करते हुये मण्डल के चिकित्सकों को सूचना दी गयी तथा खबर मिलते ही मण्डल के चिकित्सक अपने टीम के साथ हटिया स्टेशन पहुंचे तथा रेल सुरक्षा बल की मेरी सहेली टीम के साथ मिलकर ट्रेन में महिला का सुरक्षित प्रसव करवाया | महिला ने एक स्वस्थ्य बालक को जन्म दिया।

महिला चिकित्सक ने निरीक्षण कर बताया कि मां और बच्चा दोनों सुरक्षित और स्वस्थ हैं । साथ ही महिला यात्री से कहा कि वह अपनी यात्रा जारी न रखें, तत्पश्चात महिला यात्री अपने नवजात बच्चे और एक अन्य बच्चे के साथ उक्त ट्रेन से उतरकर रेलवे एम्बुलेंस द्वारा रेलवे अस्पताल भेजी गयी |

महिला यात्री को सुरक्षित अस्पताल पाहुचाने के बाद उनके द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार उनके परिजनो को सूचना दे दी गयी | तथा बाद में उन्हे सादर अस्पताल रेफर कर दिया गया |

इसके अलावा दिनांक 07/06/2022 को मण्डल के हटिया एवं मुरी स्टेशन पर मण्डल के चिकित्सकों द्वारा 2 अन्य यात्रियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गयी |

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