भारत के अगले राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होगी। तब तक तो झारखंड में स्थिरता रहने की पूरी उम्मीद है। लेकिन उसके बाद जब 21 जुलाई के दिन राष्ट्रपति चुनाव की वोटों की गिनती समाप्त होगी, झारखंड की राजनीति में बदलाव आने की संभावना से इनकार नही किया जा सकता। 

क्या हेमंत सोरेन सरकार को मदद कर रहे सहयोगी दल के विधायक पाला पलट सकते हैं? क्या मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन जो भाजपा के चाणक्य समझे जाने वाले नेता ओर गृह मंत्री अमित शाह से मील चूकें हैं, भाजपा के साथ मिल कर सरकार बनाएँगे?

कोई नही जनता झारखंड की राजनीति में क्या क्या होगा।लेकिन 
आनेवाले एक सप्ताह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए महतपूर्ण है। वे ओर उनके सहयोगी द्वारा शेल कम्पनी में निवेश के मामले में सुप्रीम कोर्ट 11 जुलाई को दिल्ली में सुनवाई करेगी।

राँची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं उनकी पत्नी तथा करीबियों के नाम खनन पट्टा आवंटित करने एवं फर्जी कंपनियों के माध्यम से करोड़ों रुपये की हेराफेरी के मामले की सुनवाई कर रहे झारखंड उच्च न्यायालय 8 जुलाई को सुनवाई करेगी।

जुलाई 5 को झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ में उपलब्ध न होने से उसकी सुनवाई स्थगित हो गयी थी और अब उसकी सुनवाई 8 जुलाई को होगी।

इस संबंध में झारखंड उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार ने नोटिस जारी कर कहा है कि मंगलवार को राज्य के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन और न्यायमूर्ति सुजीत नाराायण प्रसाद की अदालत में सूचीबद्ध फर्जी कंपनी, खनन लीज और मनरेगा घोटाले के मामले की सुनवाई आठ जुलाई को होगी।

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