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मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा में एक बड़ा बाओवाल मचा है। केंद्र में हैं जेएमएम के ही विधायक लोबिन हेम्ब्रम हैं।
हेम्ब्रम बहुत दिनों से मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन ओर उनके सहयोगियों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाते रहें हैं। अब उनके पुत्र अजय हेम्ब्रम के खिलाफ ललमटिया थाना गोड्डा जिले ने उन्हें गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है। अजय हेंबरोम पर आरोप है कि वो फर्जी वंशावली के आधार पर कोल इंडिया लिमिटेड की इकाई कम्पनी ईसीएल ललमटिया राजमहल परियोजना में नौकरी ली थी।
ये मामला कुछ दिन पहले दर्ज कराया गया था, इसी को लेकर पुलिस ने रविवार को उन्हें गिरफ्तार किया। लोबिन हेम्ब्रम जेएमएम के पुराने नेता रहें हैं।अपने बेटे अजय हेम्ब्रम की गिरफ्तारी को वो एक साजिश का परिणाम बताते हैं ओर कहते हैं कि “जिनके इशारे पर यह कार्रवाई हुई है, उसका जल्द ही खुलासा हो जाएगा।”
जेएमएम विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि उनका पुत्र 17-18 वर्षाें से ईसीएल में नौकरी कर रहा था।
उन्होंने कहा कि जिस वंशावली के आधार पर उन्हें ईसीएल में नौकरी मिली थी, उस जमाबंदी आवेदकों में उसके पुत्र का कहीं हस्ताक्षर नहीं है। बल्कि उसे जानबूझ कर फंसाने का काम किया है। लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि वह लंबे समय से अवैध खनन के खिलाफ इलाके में अभियान चला रहे हैं और हाल के दिनों में इस मसले पर जोर-शोर से आवाज उठाने का काम किया है।
गिरफ्तारी के बाद अजय हेम्ब्रम ने तबीयक खराब होने की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया और सिविल सर्जन के नेतृत्व में जांच के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
जेएमएम विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने हाल ही में अपनी ही पार्टी की सरकार के विरुद्ध मुखर होकर आवाज उठाने का काम किया है।उन्होंने अवैध खनन पर अंकुश के साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ भी सार्वजनिक मंचों से बयान दिया था। ऐसे में अजय की गिरफ्तारी को लेकर सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चा है।