झारखंड में अल्पसंख्यक मुस्लिम समूदाय के लोग नाराज़ है। कारण? गिरिडीह ज़िले में म वि अरखांगो प्रखंड धनवार के प्रधानाचार्य ने 12 अल्पसंख्यक (मोमिन) बच्चों का नामांकन नहीं किया।

जब प्रधानाचार्य से पूछा गया तो वे इसके जवाब देने के बजाय फ़ोन काट दिया। एक शिक्षिका ने कहा की उन्हें इस बात के बारे में तब पता चला जब ग्रामीणओं ने हंगामा किया। लेकिन प्रधानाचार्य नही मानें।” ये सरा सर ग़लत है। नियम के खिलाप है।”

बेबस माता ओर पिता अपने 12 अल्पसंख्यक (मोमिन) बच्चों का नामांकन नहीं पर जिला शिक्षा पदाधिकारी, गिरिडीह को एक पत्र लिख कर उनसे आग्रह किया की उनका नामांकन शीघ्र किया जाये। “ अन्यथा हम लोग के बच्चों का भविष्य बर्बाद हो जायेगा”।

 

उनके द्वारा लिखा गया आवेदन जनहित में JharkhandStateNews.com प्रकाशित कर रहा है।

सेवा में, जिला शिक्षा पदाधिकारी, गिरिडीह।
विषय - म वि अरखांगो के प्रधानाचार्य के द्वार बारह 12 अल्पसंख्यक (मोमिन) बच्चों का नामांकन नहीं किया, के संबंध में आवेदन पत्र।

महाशय,
निवेदन पुर्वक कहना है कि हम सभी बच्चे म वि अरखांगो प्रखंड धनवार, जिला गिरिडीह अंतर्गत मध्य विद्यालय अरखांगो प्रधानाध्यापक के यहां नामांकन फार्म 20/07/22 को जमा किया।

आदेश हुआ कि 01/08/2022 को आओ, उक्त तारीख पर हमलोग उपस्थित हुए तो प्रधानाध्यापक ने फार्म वापस कर दिया और कहा कि अल्पसंख्यक बच्चों को बढावा नहीं देंगे।

यह कि हम सभी बच्चे ग्राम डूमरडीहा (घोडथम्भा) के निवासी हैं, हम निहायत ही गरीब परिवार से आते हैं, और प्रधानाध्यापक द्वारा मांगी गई राशि हम नहीं दे पाएंगे।

अत: श्रीमान् से आग्रह पुर्वक कहना है कि हम सभी बच्चों का नामांकन ले कर हम पर उपकार किया जाय।

 

आपके विश्वासी
(1) गुलप्सा प्रवीन
(2) शाहीन प्रवीन
(3) शाहीन खातून
(4) मो0 शोहैल
(5) जीशान
(6) रिजवान
(7) गुलप्सा प्रवीन
(8) शाइस्ता प्रवीन
(9) आसिफ शैफ
(10) रोजी प्रवीन
(11) अक्सा खातून
(12) मो0 शैफ

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