देश को शक्तिशाली और संस्कारित बनाने के लिये सुदूरवर्ती ग्रामीण बच्चों को योग कर जीवन में फूल की भाँति खिलाना होगा।सुदूर गाँव में बच्चों के उत्तम स्वास्थ्य और संस्कार को भरने में बुद्धिजीवियों को आगे आने की जरूरत है। 

ये बातें आज राँची के बनियाँजारा गाँव में पाँच दिवसीय योग एवं नैतिक शिक्षा के कार्य कर्म समापन दिवस पर स्वामी मुक्तरथ बच्चे, शिक्षक और ग्रामीण को संबोधित करते हुए बोल रहे थे। यह कार्यक्रम उषा-मार्टिन कम्पनी और शालिनी हॉस्पिटल के सौजन्य से सत्यानन्द योग मिशन आयोजित कर रहा है।

इस कार्यक्रम में पूर्व मुखिया मधुसूदन मुंडा,ग्रामप्रधान,एवं पंचायत सचिव की बड़ी भूमिका है। अन्य सुदूरवर्ती गाँव में योग कार्यक्रम कराने हेतू इनलोगों का लगातार रिक्वेस्ट हमें आ रहा है।

कार्यक्रम में उषा मार्टिन से मयंक मुरारी, शालिनी हॉस्पिटल के राणा विकाश और शिशिर भगत उपस्थित थे।

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