झारखंड में बोकारो के केरी गांव में 7 अप्रैल की रात नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया.
मामला जिला के ललपनिया थाना इलाके का है जहां पाइप लाइन बिछाने के काम में लगे 1 जेसीबी और 4 ट्रैक्टर समेत एक जनरेटर को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया. जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने लेवी की मांग की थी जिसे नहीं देने पर उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया.
बताया जा रहा है कि एक महिला समेत चार नक्सलियों ने पाइप लाइन बिछाने के काम में लगे जेसीबी, जनरेटर समेत चार ट्रैक्टर पर आग लगाई जिसके बाद वे वहां से भाग गए. वे सभी वर्दी में थे जेसीबी मालिक ने बताया कि जलापूर्ति योजना निर्माण कार्य में लगे कंपनी ने लेवी नहीं दिया जिसके कारण नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि नक्सली रात के करीब साढ़े दस बजे घर आए थे और उन्होंने निर्माण कार्य को बंद करने की धमकी दी थी.
बेरमो एसडीपीओ सतीश चंद्र झा और लालपनिया थाना प्रभारी सुबोध कुमार दास पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने घटना की जानकारी ली. मामले की जानकारी देते हुए एसडीपीओ ने बताया कि केरी गांव के निवासी लीला साव आसपास के इलाकों में जलापूर्ति योजना के तहत चल रहे पाइप लाइन बिछाने के कार्य में अपने जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर को भाड़ा देते है
एसडीपीओ ने बताया कि फिलहाल थाना इलाके के अय्यर गांव में 50 करोड़ रुपए की लागत पर एक बड़ा पानी टंकी का निर्माण कार्य साथ ही इलाके में पाइप लाइन बिछाने का काम करवाया जा रहा है. इस बीच हथियार बंद कुछ नक्सलियों ने लीली साव के घर पहुंचकर निर्माण कार्य बंद करने की चेतावनी दी और एक जेसीबी मशीन, एक जनरेटर और चार ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया. उन्होंने बताया कि लेवी वसूली को लेकर झुमरा क्षेत्र के एरिया कमांडर बिरसेन मांझी की टीम ने इस आगजनी की घटना को अंजाम दिया है.
एरिया कमांडर बिरसेन मांझी पर 25 लाख का इनाम रखा गया है. इसे गिरफ्तार करने में बिहार-झारखंड पुलिस अबतक नाकाम रही हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, एरिया कमांडर बिरसेन मांझी ना केवल झुमरा क्षेत्र के ही एरिया कमांडर है बल्कि संगठन के बिहार और झारखंड के स्पेशल कमिटी के मेंबर भी है.