इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने सप्ताह भर चलने वाले 'आजादी का डिजिटल महोत्सव' के हिस्से के रूप में रविवार को एक अद्वितीय कार्यक्रम - 'डिजिटल भुगतान उत्सव' का आयोजन किया। इस आयोजन के दौरान भारत में डिजिटल भुगतान की यात्रा और इसकी शुरुआत का उत्सव मनाया गया तथा सरकार, बैंकिंग क्षेत्र, फिनटेक कंपनियों और स्टार्टअप के नेताओं को एक साथ एक मंच पर लाया गया। 

नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में डिजीधन के प्रतीक चिन्ह का अनावरण भी किया गया। इस अवसर पर डिजिटल भुगतान संदेश यात्रा नामक एक जागरूकता अभियान का शुभारंभ 'चुटकी बजा के' (कैशलेस, टचलेस, पेपरलेस) शीर्षक से डिजिटल भुगतान गान के साथ हुआ। डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने की दिशा में वित्त वर्ष 2019-20 और वित्त वर्ष 2020-21 में विभिन्न श्रेणियों में शीर्ष बैंकों और फिनटेक को उनकी उपलब्धियों के लिए मान्यता प्रदान कराते हुए सम्मानित किया गया। आयोजन के दौरान, एमईआईटीवाई ने पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत रेहड़ी पटरी वालों को डिजिटल भुगतान करने के योग्य बनाने के लिए चार भुगतान प्रणाली समूहों के योगदान को भी मान्यता दी गई।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, रेलवे और संचार मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने विजेताओं को बधाई दी और एमएसएमई, छोटे उद्योगों, छोटे व्यवसायियों और व्यवस्था के सबसे निचले पायदान वाले लोगों को त्वरित और आसान ऋण प्रदान करने के लिए यूपीआई के रूप में शक्तिशाली और निर्बाध मंच बनाने के लिए बैंकरों के सामने एक चुनौती रखी। श्री वैष्णव ने कहा, “आपके (बैंकरों) के पास आज चुनौती लेने के लिए आधार, डिजिलॉकर और यूपीआई का एक बहुत अच्छा इकोसिस्टम है। अगले तीन महीनों के लिए चुनौती पर काम करें, वापस आएं और मैं आपके द्वारा लाए गए कॉन्सेप्ट को देखने के लिए पूरे दिन आपके साथ काम करूंगा।”

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास तथा उद्यमिता राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने विशेष सम्बोधन में कम नकदी, डिजिटल रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए बीएफएसआई और फिनटेक हितधारकों के प्रयासों को मान्यता प्रदान की।

उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों के कारण संभव हुआ है कि अब, महामारी के दौरान भी, नागरिकों को बिना किसी लीकेज़, भ्रष्टाचार और सबसे अधिक जिम्मेदार तरीके से अपने लाभ सीधे उनके खाते में मिल सकते हैं, जिसे कोई भी लोकतांत्रिक सरकार कर सकती है। उन्होंने कहा, "डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत का प्रदर्शन दुनिया भर के उन देशों के लिए ईर्ष्या का विषय है जो वर्षों पहले सोचते थे कि वे प्रौद्योगिकी और नवाचार में आगे हैं।"

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एमईआईटीवाई में सचिव, श्री अजय साहनी ने भारत को कम नकदी वाला समाज बनाने की दृष्टि पर जोर दिया और एक मजबूत और सुरक्षित भुगतान ईकोसिस्टम की आवश्यकता पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की। श्री साहनी ने कहा, “आधार के शीर्ष पर आकर, यूपीआई ने एक निश्चित जादू पैदा कर दिया है, जिससे यह एक जीवित डिजिटल पहचान बन गई है जिसके लिए हमें जेब में कोई भी कार्ड रखने की भी आवश्यकता नहीं है। यूपीआई केवल एक डेटाबेस या एक परियोजना नहीं है, यह एक राष्ट्रव्यापी इकोसिस्टम है जिसमें शामिल होने के लिए सभी का स्वागत है।" 

उन्होंने कहा, "यूपीआई अप्रत्याशित तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है...लेकिन हमें अभी भी कई मील की दूरी तय करनी है। जब तक हम भुगतान व्यवस्था से नकदी समाप्त नहीं कर लेते तब तक हमारा काम पूरा नहीं होगा।"

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार, सुश्री सिम्मी चौधरी ने वैश्विक स्तर पर कोविड महामारी के कारण इस अभूतपूर्व समय में डिजिटल भुगतान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “ग्राहकों की व्यापक स्वीकृति के लिए धन्यवाद, हम साल दर साल और विशेष रूप से महामारी के दौरान डिजिटल भुगतान में तेजी से वृद्धि देख रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2018 में कुल लेनदेन की राशि 2,071 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2021 में 5,551 करोड़ रुपये हो गई है। डिजिटल भुगतान से अर्थव्यवस्था गतिशील बनी हुई है और यह लोगों को कोरोना वायरस से संपर्क को कम करने में मदद भी कर रहा है।" 

इस आयोजन में अभिनव समाधानों का शुभारंभ हुआ जैसे:

  • पेमेंट्स ऑन द गो: वियरेबल्स सच्चे कागज रहित और संपर्क रहित भुगतान को फिर से परिभाषित कर रहे हैं, उन्हें और अधिक प्रेरित करते हुए, बैंक ऑफ बड़ौदा और सिटी यूनियन बैंक ने रुपे-ऑन-द-गो का शुभारंभ किया।
  • सभी के लिए समावेशी ऋण: क्रेडिट कार्ड फिनटेक में अगले बड़े प्रयास का प्रतिनिधित्व करते हैं और संपर्क रहित वास्तव में आगे का रास्ता है। इसे अगले स्तर तक ले जाने के लिए, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक-पंजाब नेशनल बैंक, कोटक बैंक, यस बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और सिटी यूनियन बैंक ने रुपे नेटवर्क पर संपर्क रहित क्रेडिट कार्ड का शुभारंभ किया।
  • छोटे व्यापारियों को सशक्त बनाना: भारत में करीब 1.5 करोड़ खुदरा स्टोर/किराना स्टोर हैं। यूनियन बैंक ने प्‍वाइंट ऑफ़ सेल्स के लिए एक एंड्रॉइड-आधारित सॉफ्टपोस मोबाइल ऐप की घोषणा की, जो आगे चलकर डिजिटल भुगतान अपनाने का कारण बनेगा। 

विभिन्न फिनटेक, बैंकों और अन्य इकोसिस्टम के भागीदारों द्वारा 40 स्टालों की स्थापना की गई, जिन्होंने इस आयोजन में एक्सपो के हिस्से के रूप में देश में डिजिटल भुगतान की क्रांति में योगदान दिया है।

इस कार्यक्रम को विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों, बैंकों और फिनटेक के लिए एक पुरस्कार समारोह, "चुटकी बजा के" डिजिटल भुगतान गान का शुभारंभ, और केंद्रीय मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा डिजिटल भुगतान संदेश यात्रा का झंडी दिखाकर चिह्नित किया गया था। 

उत्सव में कला और सांस्कृतिक क्षेत्र ने फ्लैश मॉब, सैंड आर्टिस्ट प्रदर्शन और बैंकों और फिनटेक द्वारा विभिन्न स्टालों जैसे मनोरम प्रदर्शनों के माध्यम से सभी उपस्थित लोगों का ध्यान आकर्षित किया।

डिजिटल भुगतान उत्सव का आयोजन बीएफएसआई और फिनटेक स्पेस के हितधारकों को एक छत के नीचे लाने और निरंतर नवाचार द्वारा समर्थित डिजिटल भुगतान के विकास के प्रति उनकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता का उत्सव मनाने के लिए किया गया था। माननीय मंत्री महोदय ने उद्योग जगत के सभी उद्यमियों, निवेशकों और पेशेवरों से न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भारत को डिजिटल भुगतान प्रणाली में अग्रणी बनाने के हमारे प्रयास में भाग लेने का आह्वान किया। 

'डिजिटल भुगतान उत्सव' ने पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल भुगतान लेनदेन में जबरदस्त वृद्धि की सफलता का उत्सव मनाया।

 

 

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