झारखंड में एक बड़ा बदलाव देवघर व गोड्डा से होने वाला है ।इन दो जिलों में बिजली उपभोक्ताओं के लिए प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने को हरी झंडी मिल चुकी है. फरवरी 2022 में इन दोनों जिले में प्रीपेड मीटर लगाना शुरू हो जायेगा. इससे उपभोक्ताओं को बिजली बिल जमा करने से छुटकारा मिलेगा, साथ ही खुद रिचार्ज कर इसका उपयोग कर सकेंगे.

सरकारी ऑफ़िसर ने बताया की सबसे पहले देवघर व गोड्डा जिला के लिए पहले फेज में 1,12,000 प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाये जायेंगे. पहले फेज में देवघर के लिए 70,000 व गोड्डा के लिए 42,000 प्रीपेड स्मार्ट मीटर आ रहा है.

नया प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने के साथ सभी प्रतिष्ठानों, दुकानों और घरों से बिजली के वर्तमान मीटर हटा लिये जायेंगे. प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने के लिए बिजली विभाग के आइटी सेल ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पांच कंपनियों ने टेंडर भी डाल दिया है. दूसरे व तीसरे फेज में ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्मार्ट मीटर लगाने की योजना है.
बिजली विभाग के अधिकारियों की माने तो प्रीपेड मीटर लगाने का काम करीब दो साल में पूरा कर लिया जायेगा. 

इसके बाद उपभोक्ता जितने का रिचार्ज करायेंगे, उतनी की बिजली जलेगी. बिजली विभाग को भी बकाये रकम की वसूली के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी.

विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ता अपने प्रीपेड मीटर को कम से कम 100 रुपये से रिचार्ज कर सकेंगे. इसके बाद वह चाहे जितनी रकम से रिचार्ज करें.

 रिचार्ज करने के लिये विभाग की अपनी वेबसाइट और एप होगा. इसके लिये भी विभाग टेंडर करेगा. प्रीपेड मीटर का एक मुख्य सर्वर होगा. इस सर्वर से उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर को जोड़ा जायेगा. इसका फायदा उपभोक्ता को यह होगा कि जब प्रीपेड मीटर में रिचार्ज कम होगा, तब मैसेज उसके मोबाइल पर जाने लगेगा. रिचार्ज की रकम 10 रुपये पहुंचते ही अलर्ट मैसेज आने लगेंगे.

प्रीपेड स्मार्ट मीटर में एक ऐसा डिवाइस लगा रहता है, जो हमारे आसपास के मोबाइल टावर्स के माध्यम से सिग्नल बिजली कंपनियों में लगने वाले रिसीवर तक पहुंचाता है. इससे बिजली कंपनियों के दफ्तरों से मीटर की रीडिंग की निगरानी संभव हो जाती है.

स्मार्ट मीटर पर लगी डिसप्ले से बिजली की वर्तमान शेष राशि व पिछले महीने खपत बिजली की मात्रा का पता चल सकेगा

लोड अधिक रहने व शेष बैटरी अपर्याप्त रहने पर यह स्वचालित रूप से अलार्म द्वारा अलर्ट करेगा

स्मार्ट मीटर का रिचार्ज यानी बिजली के लिए भुगतान त्वरित और आसान है

बिजली विभाग पर बकाया का भार नहीं रहेगा।न ही वसूली की नौबत आयेगी न अभियान की जरूरत पड़ेगी बिजली के क्षेत्र में कई कंपनियों के आने पर उनके बीच किफायती दरों पर अच्छी सेवा उपलब्ध कराने की प्रतिस्पर्धा रहेगी नये साल में देवघर व गोड्डा में प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू होगा. 

दोनों जिले के लिए 1,12,000 स्मार्ट मीटर पहले फेज में आ रहा है. दोनों जिले का डीपीआर बनाकर मुख्यालय भेजा गया है. टेंडर प्रक्रिया भी संभवत: हो चुका है. तैयारी तेजी से चल रही है, जिस एजेंसी को टेंडर मिलेगा. वही प्रीपेड मीटर की खरीद कर दोनों जिले में लगायेगा.

 

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