झारखंड में गुमला ज़िला सालों से उग्रवादी प्रभावित रहा है।अब इसका रूप बदला है। इसे देखिय।

प्रतिबंधित संगठन झारखंड जन मुक्ति परिषद (JJMP) के उग्रवादी सुकरा उरांव की हत्या का बदला लेने के लिए महिला और बच्ची को गोली मारी गई है। इसमें दोनों की मौत हो गई। एक बच्चा सहित दो लोग घायल हैं। 

मरने वालों की पहचान संगठन के पूर्व सदस्य अमरजीत की पत्नी और तीन वर्षीय बच्ची के रूप में की गई है। महिला का नाम 35 वर्षीय नेहा नीति लकड़ा, बेटी का नाम अनन्या लकड़ा है। वहीं बेटा अनुज लकड़ा और अमरजीत हमले में घायल हैं।

अमरजीत पर सुकरा उरांव की हत्या का आरोप लगा था। इसके बाद से ही यह उग्रवादी संगठन के निशाने पर था। बताया जा रहा है कि बीती रात पूर्व उग्रवादी और उसके परिवार पर हमला किया गया। घटना को जनवल गांव के कंचन मोड़ के पास अंजाम दिया गया।
सोमवार की रात JJMP के सदस्यों को पता चला कि अमरजीत गांव में है। इसके बाद उसकी हत्या करने के लिए उग्रवादी गांव पहुंच गए। 

उग्रवादियों के गांव आने की सूचना अमरजीत को मिल गई। वह अपनी पत्नी और बच्चों को लेकर बाइक से लेकर भागने लगा। इसी दौरान उग्रवादियों ने उसे घेर लिया। पूरे परिवार पर एक साथ हमला कर दिया गया। पत्नी और बच्ची की गोली लगने से मौत हो गई। वहीं 5 वर्षीय बच्चा घायल है।

भागने के दौरान अमरजीत के पीठ पर भी गोली लगी है। वह किसी तरह जान बचा कर भागे जनावल गांव के एक घर में छिप गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। मां और बेटी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया है। अमरजीत को पुलिस ने पकड़ लिया है।

अमरजीत लकड़ा उर्फ अशोक चैनपुर थाना क्षेत्र के जनावल गांव का रहने वाला है। पिछले वर्ष अक्टूबर माह में घाघरा थाना क्षेत्र में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर JJMP कमांडर सुकरा उरांव की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद हथियार व लेवी की रकम लेकर फरार हो गया था। इसके बाद JJMP के दूसरे सदस्य सुकरा की हत्या का बदला लेने के लिए उसकी तलाश में थे। इससे पहले भी कई बार उसे निशाना बनाने की कोशिश की गई लेकिन अमरजीत हर बार बचता रहा।
 

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