जमशेदपुर में टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क (जू) में एक नर (मिथुन) और एक मादा हेमा तेंदुए को जू में रखा था। मिथुन की मौत हो गई। अब मादा हेमा अकेली रह गई है।

हेमा हमेशा दुखित दिखाई देती है। टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क के प्रबंधक भी काफ़ी दुखित हैं ओर उनकी कोशिश है की कैसे हेमा को अच्छा खाना खिलाकर उसे तनदुरुस्त रखा जाए। 

लेकिन पर्सन ये है की आख़िर नर (मिथुन) तेंदुए की मोत कैसे हुई?

शनिवार के शाम में बिजली नही थी। बाढ़ में डूबकर नर तेंदुआ (मिथुन) की मौत हो गई ।

जांच के लिए जमशेदपुर वन प्रमंडल की टीम गुरुवार को जू पहुंची। छह सदस्यीय टीम सुबह 11 बजे पहुंची और दोपहर दो बजे तक जू के अधिकारियों से पूछताछ की। टीम का नेतृत्व चाईबासा के डीएफओ डॉ. सत्यम कुमार कर रहे हैं। टीम ने तेंदुए की देखरेख करने वाले कीपर से भी पूछताछ की। जांच में सामने आया है कि 20 अगस्त की शाम तेंदुए के बाड़े में 15 फीट पानी भर गया था।

भारी बारिश और जू में बाढ़ का पानी घूसने के कारण शाम को जू की बिजली काट दी गई थी। बिजली कटने के कारण तेंदुए के बाड़े में भी अंधेरा छा गया। इस कारण नर तेंदुआ ऊंचे स्थान पर नहीं चढ़ पाया। वहीं, जू प्रशासन ने वन विभाग को दिए गए जवाब में तेंदुए की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है।

नतीजा ये की जमशेदपुर में टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क (जू) में अकेले रह गई मादा तेंदुआ हेमा।
 

 

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