केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह आज नई दिल्ली में ‘Bharat@100: Paving The Way for Inclusive and Sustainable Global Growth’ विषय पर आधारित ASSOCHAM के वार्षिक सत्र 2023 में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। 

अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि पूरे भारत का विकास तभी हो सकता है जब पूरा भारत इसके लिए प्रयास करे। उन्होंने कहा कि जब तक भारत का सर्वसमावेशी विकास नहीं होता है,हम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई लोग 130 करोड़ की आबादी को एक बहुत बड़ा बोझ मानते हैं लेकिन ये एक बहुत बड़ा बाज़ार है। उन्होंने कहा कि जब तक भारत के कोने-कोने से विकास का प्रयास नहीं होता है तब तक हम आगे नहीं बढ़ सकते हैं। 

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आज के भारत के राजनीतिक मानचित्र का एनालिसिस करें तो देखते हैं कि एक केन्द्र सरकार,28 राज्य सरकारें, 2 UT की सरकारें, 6 UT, लगभग ढाई लाख लोकल बॉडीज़, 30-31 लाख चुने हुए जनप्रतिनिधि,6 लाख 40 हज़ार गांव और उनकी पंचायतें, ज़िला पंचायतें, म्युनिसिपालिटी औरम्युनिसिपल कॉर्पोरेशन मिलकर हमारे प्रशासनिक ढांचे का निर्माण करते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक देश का प्रधानमंत्री Whole of Government Approach और Team India की कल्पना को ज़मीन पर नहीं उतारता है तो भारत का विकास संभव नहीं है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अलग-अलग विचारधाराओं से ऊपर उठकर और टीम इंडिया की कल्पना को चरितार्थ करते हुए पूरे देश को साथ लेकर चलने का निर्णय लिया है और यही कारण है कि उनके नेतृत्व में पिछले 9 सालों में सरकार ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि देश के हर कोने में एकसमान प्रकार की ऊर्जा का अनुभव होता है। उन्होंने कहा कि भारत ने 59 स्थानों पर जी-20 की बैठकें सभी राज्यों और यूटी में करके एक चेतना जागृत की है। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार ने एकसाथ मिलकर चलने की अप्रोच ना अपनाई होती तो हम कभी भी कोरोना जैसी महामारी से लड़कर सफलता से बाहर नहीं निकल पाते। उन्होंने कहा कि दुनिया आज ये बात मानती है कि कोरोना का अगर किसी देश ने सबसे अच्छे तरीके से मुकाबला किया है तो मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने किया है। मोदी जी ने 9 सालों तक Whole of Government Approach और Team India की भावना के साथ देश का नेतृत्व किया है।

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श्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार की सटीक और विचार-विमर्श के बाद बनाई गई नीतियों ने भारत को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया है हमारी विचारधारा ने भारत को सुरक्षित बनाया है हमारी संवेदनशील योजनाओं ने भारत के विकास को सर्वस्पर्शीय और सर्वसमावेशी बनाया है और दुनिया को चकाचौध करने वाली उपलब्धियां हमने हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया के माध्यम से वर्ष 2022 में कुल 8840 करोड़ डिजिटल ट्रांज़ेक्शन्स देश में हुए हैं जिसमें यूपीई की हिस्सेदारी 52 प्रतिशत है और इनका कुल मूल्य 126 लाख करोड़ रूपए है। भारत के 99 प्रतिशत गांवों में बिजली पहुंच चुकी है,भारतनेट से देश की 1.90 लाख पंचायतें जुड़ चुकी हैं और 6 लाख 998 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम पिछले 6 सालों में किया गया है। उन्होंने कहा कि 2014 में ब्रॉडबैंड कनेक्शन 6.1 करोड़ थे वो सितंबर 2022 में बढ़कर 82 करोड़ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि ये बताता है कि प्रधानमंत्री मोदी में देश का नेतृत्व करते हुए सभी संभावनाओं का दोहन करने का माद्दा, साहस और विज़न है जिससे देश तय किए हुए लक्ष्य तक पहुंच सकता है। 

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के सामने 2 लक्ष्य रखे हैं। पहला 2047 तक भारत एक पूर्ण विकसित राष्ट्र हो और दूसरा भारतीय अर्थव्यवस्था को 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बनाना और इन दोनों लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एक मज़बूत नींव डालने का काम 9 सालों में मोदी जी ने किया है। उन्होंने कहा कि 2022 में भारत का व्यापार वस्तुओं का कुल निर्यात 421 बिलियन डॉलर हुआ है, 83 बिलियन डॉलर का एफडीआई देश में आया है, 70 हज़ार से अधिक स्टार्ट-अप जिनमें से 116 यूनिकॉर्न हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने एक्सपेन्डीचर का फोकस इन्फ्रास्ट्रक्चर पर किया है और 2022-23 के 10 महीनों का औसत जीएसटी कलेक्शन 1.49 लाख करोड़ रूपए रहा है।

श्री अमित शाह ने कहा कि 2014 से पहले अर्थव्यवस्था के विकास के लिए कभी किसी ने उन 60 करोड़ लोगों की चर्चा नहीं की जिनके पास कोई बैंक अकाउंट नहीं था और जो देश के अर्थतंत्र का हिस्सा ही नहीं थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 9 सालों में हर परिवार को बैंक अकाउंट की सुविधा दी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 48 करोड़ बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से 53 मंत्रालयों की 310 से अधिक योजनाओं का 24 लाख करोड़ रूपए से अधिक सीधा ट्रांस्फर किया है। उन्होंने कहा कि देश के इन 60 करोड़ लोगों के जीवनस्तर को उठाने के लिए मोदी जी ने कई सुधार किए हैं। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक शुष्क जीडीपी को मानवीय चेहरा और संवेदना देने का काम करके 60 करोड़ लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इन 60 करोड़ लोगों के पुरूषार्थ से बड़ा बूस्टर देश की अर्थव्यवस्था के लिए कोई हो ही नहीं सकता। पहले देश के बजट में Deficit को छुपाया जाता था लेकिन मोदी सरकार ने Deficit को नियंत्रित कर इसे अर्थव्यवस्था के पैरामीटर के अंदर लाने का काम किया है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी जी ने सबसे बड़ा काम इन्फ्रास्ट्रक्चर में इन्वेस्टमेंट करने का किया है और इसके लिए केन्द्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकारों को भी प्रेरित किया।उन्होंने कहा कि 5 सालों बाद भारत में लॉजिस्टिक्स लागत अभी के 13 प्रतिशत से घटकर 7.5 प्रतिशत आ जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने इन्फ्रास्ट्रक्चर मेंलगभग 100 लाख करोड़ रूपए का निवेश करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि 2014 में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 91 हज़ार किलोमीटर थी जो आज बढ़कर 1.46 लाख किलोमीटर हो गई है। उन्होंने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स कॉस्ट को कम किए बिना इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट संभव ही नहीं था और मोदी जी ने बहुत दूरदृष्टि के साथ लॉजिस्टिक्स कॉस्ट को 5 सालों में नीचे लाने का लक्ष्य रखा है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश में राजनीतिक स्थिरता लाने का काम भी किया है और 30 सालों बाद 2014 में देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी जिसमें जनता का बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्होंने कहा कि 10 सालों का ये कालखंड भारत के लोकतंत्र के इतिहास में राजनीतिक स्थिरता के कालखंड के रूप में जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले 9 सालों में देश में आंतरिक और बाह्य सुरक्षा की स्थिति भी बेहद मज़बूत हुई है। देश में राष्ट्रीय सुरक्षा का मज़बूत माहौल बना है जिससे नॉर्थईस्ट से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात के कच्छ तक इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के लिए अनुकूल माहौल बना है। 

श्री अमित शाह ने कहा कि 2014 में आई नरेन्द्र मोदी सरकार ने दृढ़ता के साथ गवर्नेंस के सिद्धातों को ज़मीन पर उतारने का काम किया और कई नीतियां लेकर आए। नई शिक्षा नीति, नई ड्रोन नीति, नई स्वास्थ्य नीति, नई इलेक्ट्रॉनिक्स नीति, कमर्शियल कोल माइनिंग की नीति, मेक इन इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया, स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया नीतियों ने सभी पैरामीटर्स को पूरी तरह से बदल दिया है। मोदी सरकार ने आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल से देश के स्थानीय उद्योगों को मज़बूती देने का वातावरण तैयार किया। उन्होंने कहा कि दीर्घकालीन और दूरदर्शी नीतियों के बिना विकास संभव नहीं है और मोदी सरकार ने कभी लोगों को अच्छे लगने वाले और वोटबैंक को ध्यान में रखकर फैसले नहीं लिए बल्कि जो लोगों के लिए अच्छे हों ऐसे फैसले लिए। श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने दूरदर्शिता के साथ और वोटबैंक का लालच किए बिना देश में एक वातावरण बनाया फैसले लिए नीतियों का निर्धारण किया और कठोरता के साथ नीतियों को लागू किया जिसके आश्चर्यजनक परिणाम हमारी उपलब्धियों के रूप में आज दुनिया के सामने हैं। उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के समय देश में प्रति व्यक्ति आय 68 हज़ार रूपए थी जो आज 1 लाख 72 हज़ार रूपए है। 

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि 2014 में वेश्विक जीडीपी में भारत की हिस्सेदारी 2.60 प्रतिशत थी जो बढ़कर 31 मार्च 2022 को 3.40 प्रतिशत हो गई। उन्होंने कहा कि वैश्विक एफडीआई इनफ्लो में हमारी हिस्सेदारी 2014 में 2.10 प्रतिशत थी जो 2022 में 6.70 प्रतिशत हो गई है। श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने कठोर फैसले, सटीक नीतियों का निर्धारण, उन नीतियों पर कठोरता के साथ अमल और व्यवस्था में से भ्रष्टाचार को पूरी तरह हटाने के 4 पिलर्स पर इकोनॉमी को बढ़ाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय उद्योग जगत के लिए साइज़ और स्केल को बदलने का समय आ चुका है।

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