नेहरु युवा केंद्र संगठन द्वारा आयोजित 13वीं जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम बुधवार के दिन की शुरुआत पौधारोपण कार्यक्रमसे हुई । बड़गाईं स्थित शमशान स्थल मे पौधारोपण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए शमशान स्थल के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार मेहतो ने कहा, “पौधारोपण करके हम मृत्यु के बाद भी जीते है ।“ पौधारोपण कार्यक्रमका संचालन नेहरु युवा केंद्र संगठन की उप-निदेशक श्रीमती ललिता कुमारी द्वारा किया गया ।

तदोपरांत जनजातीय युवाओं को  आर. टी. सी. हाई स्कूल के विधार्थियों के साथ एक सत्र हेतु ले जाया गया । सत्र को संबोधित करते हुए कांके विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक डॉ जीतु चरण राम ने कहा, “स्वामी विवेकानंद के जीवन और संदेशों को पढ़ने या सुनने से युवाओं को प्रेरणा मिलती है और प्रत्येक युवा को उनका अनुकरण करना चाहिए और एक महान जीवन जीना चाहिए ।“  

आर. टी. सी. हाई स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ रुद्र नारायण महतो ने कहा कि, “वह हमेशा नेहरु युवा केंद्र संगठन के ऋणी हैं और गर्व महसूस करते हैं कि उन्होंने 1972 में संगठन के शुरू होने के समय राष्ट्रीय सेवा स्वयंसेवक के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कीं । उन्होंने कहा कि नेहरु युवा केंद्र संगठन की गतिविधियों एवं क्रिया-कलापों  से उन्होने बहुत कुछ सीखा ।“ नेहरु युवा केंद्र संगठन की उप-निदेशक, श्रीमती ललिता कुमारी ने समारोह की अध्यक्षता की । आर. टी. सी. हाई स्कूल के छात्रों और आदिवासी युवाओं द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम विशेष आकर्षण का केंद्र रहे तथा सभी के द्वारा सराहें गए ।

नेहरु युवा केंद्र संगठन की उप-निदेशक श्रीमती ललिता कुमारी तथा श्री सर्वेंद्र प्रताप सिंह एवं जिला युवा अधिकारिओं, श्री रवि कुमार मिश्रा, श्री रोशन कुमार, सुश्री कंचन कुमारी, सुश्री अंजलि कुमारी, श्री अब्दुल फारूख खान, सुश्री मोना प्रेरणा सूरीन और श्री गौरव कुमार तथा विशेषज्ञ प्रशिक्षक, श्री श्रीकांत निराला द्वारा जनजातीय युवाओं के लिए शाम को एक सत्र का आयोजन किया गया जिसमें प्रतिभागियों ने अन्य राज्यों की भाषाए सीखी और यह तकनीक भी सीखी है कि हम रोजाना जितने लोगो से मिलते हैं, उनके नामों को कैसे याद रखें ।

नेहरु युवा केंद्र संगठन के राज्य निदेशक, श्री विजय कुमार ने कहा कि कल जनजातीय युवाओं को ममता फैब्रिकेशन वर्क्स, रुक्का का दौरा कराया जाएगा । इसके बाद में युवाओं को रूक्का बांध और भगवान बिरसा जैविक उद्यान का दौरा कराया जाएगा । शाम को कार्यक्रम स्थल पर प्रतिभागियों द्वारा पारम्परिक वेशभूषा मे रंगा-रंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया ।

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