*Images by IPRD, Jharkhand

लगातार तीसरे दिन भी शनिवार को झारखंड आईएएस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन का दीवाली मेला फुल ऑन मस्ती का केंद्र बना रहा। लोग पूरे परिवार संग दिवाली की शॉपिंग करते नज़र आएं। लोग दीपावली में अपने घरों को सजाने के लिए विभिन्न प्रकार के लाइट, कालीन, वुड आर्ट, बर्तन आदि खरीदते नजर आ रहे हैं। मेले में वभिन राज्यों से आये कारीगरों के स्टॉल पर भी काफी भीड़ नजर आयी। लोग आने वाले ठंड की तैयारी के लिए कम्बल, चादर , खादी बंडी भी खरीदते नजर आये।

जेसोवा मेला एक ओर जहां आगन्तुकों को उनके रोजमरा के समान की खरीदारी करवा रहा है वही झारखंड के कारीगरों को एक प्लैटफॉर्म मुहैया करा रहा है जहाँ वे अपने द्वारा निर्मित सामग्रियों का प्रदर्सन और बिक्री कर पा रहे है। मेले में नाबार्ड , जेएसएलपीएस, के कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पादों के कई स्टॉल दिखे जिसमें मयूराक्षी सिल्क, ढोकरा आर्ट, बासुकी अगरबत्ती, बाली फुटवेअर, जैसे कई स्टॉल थे जो झारखंड में ही उत्पादित कच्चे माल को प्रोसेस कर के उपयोग के लिए तैयार करते है। इसके साथ ही एक दिव्यंग बच्चों द्वारा निर्मित वस्तुओं का स्टॉल भी लगाया गया। यह स्टॉल कौशल विकाश की ओर से चलाये जा रहे कार्यक्रम "कोशिश" का एक भाग है। 

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कश्मीर का गुलगुलशन गुलफाम आर्ट्स कर रहा है मेले को गुलशन
गुलगुलशन गुलफाम आर्ट्स के तनवीर अहमद जिनकी कश्मीर में दुकान है, ने बताया कि यहाँ का मार्केट ठीक है। हम लोगों को उचित मूल्य पर ओरिजिनल क्वालिटी प्रोडक्ट्स मुहैया करा रहे हैं। लोगों को पश्मीना शॉल्स, सूट, कश्मीरी सिल्क की साड़ीयां काफी पसंद आ रही हैं। शरद मौसम की वजह से लोगों की अधिक भीड़ इस स्टाल में देखी जा रही है। महिलाओं के बीच शॉल और स्टॉल की मांग अधिक है। वहीं दूसरी ओर शाम को मेले में घूमते हुए ठंडी सिरहन महसूस होती है तो लोग गर्म कपड़ों के लिए स्टाल की ओर जाते हैं, जिनमें खास है नागालैंड की कला से परिपूर्ण अवोले शोहे स्टाल।

बनारसी रंग में रंग रहा है  यूपी का अरम आर्ट। 
बनारसी दुकानदार ए. जी मिर्ज़ा ने बताया कि हमारे यहाँ खीचा सिल्क, कोरा सिल्क, जानदानी सिल्क, ब्लाटन सिल्क और चंदेरी मुख्य आकर्षण हैं। आज लोगों के उत्साह को देखते हुए 10% की विशेष छूट दी गई है कल रविवार को 20% की भारी छूट मिलेगी। डिज़ाइनर सिल्क की साड़ी और सलवार शूट के प्रति महिलाओं और युवतियों की दिलचस्पी देखते बन रही है। जबकि मृगनयनियों के लिए खास है मृगनयनी, मध्य प्रदेश का स्टाल। स्टाल संचालक अनूप साहा ने बताया कि साड़ियों की शौकीन गृहणियों के लिए विशेष मध्य प्रदेश से चंदेरी साड़ी, माहेष्वरी साड़ी, मंगलकारी सिल्क व बाक प्रिंट कॉटन साड़ीयां उपलब्ध हैं। इसके अलावा बाहरी राज्यों से अन्य प्रमुख स्टॉलों में साड़ियों व सलवार सूट का कलाम अली मोंडल स्टाल, कोलकाता, अखूम हैन्डीक्राफ्ट, श्रीनगर,  ग्रेप साड़ी, शिफॉन साड़ी बेचते ग्लेशियर कश्मीर आर्ट्स व अन्य स्टाल्स हैं।

महिलाओं के लिए विशेष है मेला
मेले में गृहणियों का उत्साह देखते ही बनता है, मेले में आई चुटिया की प्रियंका पांडेय ने बताया कि क्योंकि दीवाली नजदीक है तो घर को सजाने के लिए नए और थीमेटिक सामान चाहिए। इस मेले में हैंडमेड आइटम्स रिज़नेबल रेट्स में मिल रहे हैं तो हम महिलाएं पूरी शॉपिंग कर रही हैं। ड्राइंगरूम की सजावट की वस्तुओं से लेकर रसोई घर मे हर रोज उपयोग होने वाली चीजों को महिलाएं पसंद कर रही हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों से हुई शाम रंगीन, वीर रस से ओतप्रोत हुए लोग
दिन भर की खरीददारी व मस्ती के माहौल को और खुशनुमा बनाते हुए शाम में 7-8 विदेशी दौरे कर चुके प्रभात कुमार महतो और उनकी टीम ने महीसासुरमर्दनी पर छउ नृत्य पेश कर लोगों में वीर रस का संचार कर दिया। असत्य पर सत्य की विजय के लिए माँ दुर्गा की आराधना कर लोगों को नारी शक्ति का महत्व समझाया। इसके बाद सुप्रसिद्ध नृत्य कलाकार विपुल नायक व उनकी दीपांजलि गीत व नृत्य संस्थान ने सरस्वती वंदना व ऐ वतन मेरे आबाद रहे तू से लोगों को मोह लिया। इसके अलावा राजस्थानी संस्कृति को झलकाते हुए नृत्य हुए, जिसपर लोग खूब झूमें।

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