विद्या मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी पॉलिटेक्निक कॉलेज में आज से विद्यार्थियों के लिये योग कक्षा की शुरुआत हुई।

पॉलिटेक्निक कॉलेज के निदेशक प्रमोद कुमार सभी छात्रों के समग्र स्वास्थ्य एवं उनके नैतिक गुणों की वृद्धि हेतू योग को करने की सलाह दिये हैं।

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कॉलेज के प्राचार्य राहुल भगत ने विद्यार्थियों के स्वस्थ जीवन और उनकी एकाग्रता हेतू योगाभ्यास को सबसे ज्यादा कारगर बताया। आचार्य मुक्तरथ जी ने कहा टेक्नोलॉजी को योग के साथ आगे बढायें। प्रौद्योगिकी यदि योगयुक्त हो मानव का उत्थान होगा और दुनियाँ की भलाई होगी।

ग्लोबल दुनियाँ में हम प्रगति कर रहे हैं जिसमें रात और दिन का कोई संतुलन नहीं है जिसे ठीक तो नहीं किया जा सकता, पर अपने लाइफ स्टाईल के साथ योग को जोड़ लेने से अपने जीवन को बेहतर रखा जा सकता है। 

 

कम उम्र में योग को सीखना लाइफ के लिए वरदान साबित होगा। गुरुकुल में विद्यार्थियों को विद्या अर्जन के साथ सात वर्ष के उम्र से ही योगाभ्यास कराया जाता था जिससे वो शरीर और मन-बुद्धि से स्वस्थ तथा कुशल प्रबंधन में,व्यापार में, चिकित्सा में सामाजिक सेवा को करने में निपुण हो जाते थे। बिहार योग विद्यालय इसका बहुत बड़ा उदाहरण है।

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