*Image credit IPRD, Jharkhand

स्कूली बच्चों ने जब कैनवास पर गांधी जी और उनके विचारों व जीवन शैली को जब रंगों में उकेरा तो लगा कि गांधी जी फिर से जीवंत हो उठे हों. मौका था पर्यटन, कला, संस्कृति, खेलकूद और युवा कार्य विभाग और इंटैक रांची चैप्टर  की ओर से रांची के आड्रे हाउस में चित्रकला औऱ निबंध प्रतियोगिता के आयोजन का.  गांधी जी की 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित चित्रकला और निबंध प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बखूबी अपनी प्रतिभा दिखाई. किसी बच्चे ने अपनी पेंटिंग में गांधी जी के सत्य और अहिंसा के मार्ग को दिखाया तो किसी की पेंटिंग में चरखे का इस्तेमाल करते गांधी जी दिख रहे थे.

यहां बच्चों द्वारा बनाई गई हर पेंटिंग गांधी की पूरे जीवन दर्शन को बयां कर रही थी.  इस मौके पर  पर्यटन, कला, संस्कृति, खेलकूद और युवा कार्य विभाग के निदेशक श्री दीपक कुमार साही ने बच्चों की पेंटिंग्स की खूब सराहना की. उन्होंने कहा कि बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाया जाएगा, ताकि वे अपने राज्य और देश के हैरिटेज को बेहतर तरीके से जान सकें.

स्कूलों में बनाए जाएंगे हैरिटेज क्लब
इस मौके पर इंटैक के सह-संयोजक श्री अमिताभ घोष ने बताया कि इस साल अप्रैल तक रांची जिले के 30 स्कूलों में हैरिटेज क्लब बनाने की योजना है. इसके अलावा 60 से 100 स्कूली शिक्षकों के लिए हैरिटेज एजुकेशन वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा. अपने हैरिटेज को लोग जान सकें, इसके लिए हैरिटेज वॉक आय़ोजित करने की भी योजना है. उन्होंने बताया कि गांधी जी की 150 वीं जयंती वर्ष को लेकर 2 अक्टूबर 2020 तक कई और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

15 स्कूलों के 106 बच्चों की भागीदारी
चित्रकला और निबंध प्रतियोगिता में रांची के 15 स्कूलों के  क्लास छठी से नौंवी तक के 106 बच्चों की भागीदारी रही. इसमें 60 बच्चों ने चित्रकला और 46 बच्चों ने निबंध प्रतियोगिता में भाग लिया. इसके अलावा जमशेदपुर, रामगढ़ और हजारीबाग में भी इसका आयोजन किया गया.  इनमें से 100 क्षेत्रीय विजेता और 10 राष्ट्रीय विजेता होंगे. सभी राष्ट्रीय विजेताओं को शैक्षणिक भ्रमण के लिए दिल्ली जे जाया जाएगा. सभी क्षेत्रीय और राष्ट्रीय विजेताओं को इंटैक की ओर से पुरस्कार दिए जाएंगे. इसके अलावा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा.

इस मौके पर इंटैक के सदस्य डॉ डीके श्रीवास्तव, श्री आशीष होरो, हरिशचंद्र साहू, देवोश्री बनर्जी, वीरेंद्र मुर्मू और हरि प्रसाद समेत कई और लोग मौजूद थे.
 

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