Chief Secretary RS Sharma today said that industrial township Jamshedpur is Jharkhand’s identity. He stressed the need to strengthen the road sector to connect Jamshedpur with Ranchi and with the neighbouring states.

A press release issued by the public relations department in Hindi said as follows

प्रेस विज्ञपित दिनांक- 22 मर्इ, 2013
झारखण्ड की पहचान औधोगिक नगरी जमषेदपुर से है। राजधानी राँची से जमषेदपुर तथा जमषेदपुर से अन्य पड़ोसी राज्यों में आवागमन की सुचारू एवं सुदृढ़ व्यवस्था आवष्यक है। औधोगिक प्रक्षेत्र होने के कारण शहर से जुड़ी हुर्इ सभी सड़कों पर भारी संख्या में बड़े वाहनों का आना जाना लगा रहता है। मुख्य सचिव श्री आर0एस0शर्मा ने कहा कि जमषेदपुर में सड़कों पर सघन यातायात को सुविधाजनक बनाने हेतु फ्लार्इओवर सहित अन्य सड़कों का निर्माण आवश्यक है। इस हेतु जमशेदपुर र्इस्टर्न रोड कारिडोर प्रोजेक्ट पर कार्य जल्द से जल्द आरम्भ किए जाने चाहिए।

मुख्य सचिव आज प्रोजेक्ट भवन सिथत अपने सभा कक्ष में जमशेदपुर शहर में र्इस्टर्न रोड कारिडोर के विकास हेतु आहूत महत्वपूर्ण बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कारिडोर प्रोजेक्ट पर झारखंड सरकार और टाटा स्टील दोनों को संयुक्त रूप से काम करने की आवश्यकता है। टाटा स्टील द्वारा र्इस्टर्न कोरिडोर प्रोजेक्ट से संबंधित विस्तृत प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। जिसमें जमशेदपुर रेलवे स्टेशन से आरम्भ होते हुए फ्लार्इ ओवर सड़कों के निर्माण जो अन्तत: राष्ट्रीय उच्च पथ से मिलती है से संबंधित योजना को दर्शाया गया है। सड़कों का निर्माण पी0पी0पी0 मोड पर किया जाएगा, जिसमें झारखण्ड सरकार तथा टाटा स्टील की भागीदारी रहेगी।

मुख्य सचिव ने कहा कि सड़कों का निर्माण जनता के लिए सुविधाजनक होनी चाहिए। इसके अतिरिä किसी भी परिसिथति में वन्य जीव सुरक्षित क्षेत्र को प्रभावित नही करनी होनी चाहिए। इसके अतिरिä वर्तमान में बने एन0एच0-33 पर भी कोर्इ दुष्प्रभाव नही पड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि चूँकि यह सड़क रेलवे स्टेशन से आरम्भ हो रही है अत: रेलवे के अधिकारियों के साथ भी एक बैठक की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि प्रस्तुत प्रोजेक्ट में आधारभूत बातों का जरूर ध्यान रखा जाय जिससे नेषनल हार्इवे पर ट्रैफिक की व्यवस्था सुचारू ढंग से होनी चाहिए। हार्इवे पर ट्रक, टू-व्हीलर, कार जैसे वाहनों के लिए अलग-अलग लेन का निर्माण किया जाय। इसे नो प्रोफिट नो गेन के मोड पर बनाया जाय।

मुख्य सचिव ने कहा कि इस प्रोजेक्ट पर विचार विमर्श हेतु प्रधान सचिव पथ, वित्त एवं उधोग तथा टाटा स्टील के अधिकारी मिलकर बैठक कर लें, साथ ही सभी बिन्दुओं पर स्पष्ट हो लिया जाए। बैठक में आदित्यपुर टोल बि्रज प्रोजेक्ट के संबंध में भी चर्चा हुर्इ तथा टोल के संबंध में यह निर्णय लिया गया कि निर्धारित फारमूला के आधार पर ही नियमानुसार टैक्स का निर्धारण किया जाना चाहिए।

बैठक में विकास आयुक्त श्री ए0के0सरकार, प्रधान सचिव पथ श्रीमती राजबाला वर्मा, प्रधान सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग श्री जे0बी0तुबिद, प्रधान सचिव वित्त श्री सुखदेव सिंह, प्रधान सचिव वन एवं पर्यावरण विभाग श्रीमती अलका तिवारी, सचिव नगर विकास विभाग श्री अरूण कुमार सिंह, सचिव योजना एवं विकास विभाग श्री अविनाश कुमार, महाप्रबंधक टाटा मैटेलिक्स श्री संजीव पाल समेत टाटा स्टील के कर्इ वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।

 

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